विदेशों में डॉलर कमजोर होने की वजह से रुपया अपने रिकॉर्ड निम्न बंद स्तर से धीरे धीरे उबरता दिख रहा है। कारोबार की समाप्ति पर आज यह छह पैसे बढ़कर 70.10 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
उत्तरी अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते (नाफ्टा) को बेहतर बनाने के संदर्भ में अमेरिका और मैक्सिको के एक नये व्यापार समझौते पर सहमत होने के बाद सुरक्षित निवेश के विकल्प के बतौर दुनिया भर में डॉलर की मांग कमजोर पड़ गई। इस सौदे के बाद मैक्सिको की मुद्रा में डॉलर के मुकाबले एक प्रतिशत से अधिक का सुधार आया।
देर सुबह के कारोबार में रुपया थोड़े समय के लिए 70.25 रुपये के स्तर तक नीचे चला गया। लेकिन शेयर बाजार की तेजी और डॉलर में गिरावट के बीच देर दोपहर के कारोबार में इसमें सुधार आया।
अंत में रुपया छह पैसे अथवा 0.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 70.10 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण कल यह सर्वकालिक निम्न स्तर 70.16 रुपये पर बंद हुआ था।
अन्तरमुद्रा कारोबार में पौंड और यूरो के मुकाबले रुपये में गिरावट आई जबकि जापानी येन के मुकाबले रुपये में सुधार आया।
बहरहाल, फाइनेंसियल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) ने डालर के लिये आज 70.1687 रुपये प्रति डालर और यूरो के लिये 81.9266 रुपये प्रति यूरो की संदर्भ दर तय की। दस साल के बॉंड के लिये प्रतिफल आज 7.90 प्रतिशत रही।
(पीटीआई-भाषा )