BY- NISHANT GAUTAM
आज 13 प्वाइंट रोस्टर के विरोध में लखनऊ विश्वविद्यालय व बाबा साहब आंबेडकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने जीपीओ, हज़रतगंज पर एकजुट होकर अपना विरोध दर्ज किया।
ज्ञात हो कि 22/01/2019 को 13 प्वाइंट रोस्टर के मामले में भाजपा सरकार ने न्यायालय में कमजोर पक्ष रखकर इस रोस्टर को लागू करा दिया है। इस रोस्टर के वजह से अब विश्वविद्यालयों में विभाग को यूनिट मानकर नियुक्तियाँ होंगी जबकी पहले 200 प्वाइंट के नियम से विश्वविद्यालय को यूनिट मानकर नियुक्तियाँ की जाती थी।
विभाग को यूनिट मानने से दलित-पिछड़ो-आदिवासियों का प्रोफेसर बनने का सपना कभी पूरा नही हो पायेगा। अगर एक विभाग में तीन नियुक्तियाँ आयेंगी तो तीनों ही आरक्षण के दायरे से बाहर रहेंगी इसका मतलब तीनों सीटों पर सामान्य वर्ग मतलब सवर्ण समाज के किसी व्यक्ति को नौकरी मिलेगी।
इसके साथ ही हकिकत ये भी है कि शायद ही कभी एक साथ किसी विभाग में तीन पदों की नियुक्तियाँ आये। इस रोस्टर के नियमानुसार आरक्षण नियम तब लागू होगा जब एक विभाग में चार सीटें आयेंगी वो भी पिछड़ो के लिये होगी इसके बाद पाँचवीं व छठी सीट फिर ये सवर्ण समाज यानी जनरल श्रेणी को जाएगी।
इसी तरह सातवीं सीट एससी व आठवीं सीट पिछड़े वर्ग को जायेगी लेकिन अभी तक एसटी वर्ग इस दायरे में नही आ सका है क्योंकि इस नियम के अनुसार एसटी के लिये पंद्रह पदों की नियुक्ति जरूरी है तब एसटी को एक सीट मिलेगी जबकी इस तेरह प्वांइट रोस्टर के हिसाब आदिवासी समाज को बिल्कुल ही अछूत बना दिया।हर संगठन व विश्वविद्यालयों के शोध छात्रों ने वक्ता के रूप में अपनी बात रखी।
इस व्यवस्था के विरोध में कई संगठनों के लोग शामिल हुए जिनका विवरण निम्नलिखित है-
रिहाई मंच के रॉबिन वर्मा, सचेंद्र प्रताप यादव यादव सेना- जगन्नाथ यादव, शिव कुमार यादव मिलिंद आनन्द- अंग्रेज़ी विभाग अस्स्टेंट प्रोफेसर, आंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ.आइसा के नीतीन राज, छात्रसभा की पूजा यादव, अविनाश यादव, महेंद्र यादव, विवेक यादव।
विश्वविद्यालय के शोध छात्र- रमेश, सौरभ, मुलायम गौरव, दिपक, मनीष, रत्नेश, सत्येश, अम्बुज, दिलीप, प्रदीप, बसंत कनौजिया, देवीलाल गौतम, राजवर्धन, रितेश, सुधीर पंकज, अशोक, मैत्रेय गौतम ने जीपीओ पर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया ।