BY- THE FIRE TEAM
2019 में आने वाले लोकसभा चुनाव में सभी मुख्य विपक्षी दलों को साथ लाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जी ने रैली का आयोजन किया जिसमे विपक्षी दलों के प्रमुख नेता एकसाथ मंच पर नजर आए और वर्तमान सरकार को बदलने की बात हुई।
‘बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो’ का का नारा देते हुए ममता जी ने कहा की मोदी सरकार की एक्सपायरी डेट खत्म हो चुकी है। साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीति में शिष्टता होती है लेकिन भाजपा इसका पालन नहीं करती और जो भाजपा के साथ नहीं होता उसे वे चोर बता देते हैं।
जनसैलाब की मौजूदगी में हुई इस रैली में पूर्व प्रधानमंत्री एवं जनता दल सेक्यूलर प्रमुख एच डी देवेगौड़ा, तीन वर्तमान मुख्यमंत्री – चंद्रबाबू नायडू (तेलुगु देशम पार्टी), एचडी कुमारस्वामी (जनता दल सेक्यूलर) और अरविंद केजरीवाल (आम आदमी पार्टी), छह पूर्व मुख्यमंत्री – अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी), फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला (दोनों नेशनल कांफ्रेंस), बाबूलाल मरांडी (झारखंड विकास मोर्चा), हेमंत सोरेन (झारखंड मुक्ति मोर्चा) और इसी हफ्ते भाजपा छोड़ चुके गेगांग अपांग, आठ पूर्व केंद्रीय मंत्री- मल्लिकार्जन खड़गे (कांग्रेस), शरद यादव (लोकतांत्रिक जनता दल), अजित सिंह (राष्ट्रीय लोक दल), शरद पवार (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी), यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, शत्रुघ्न सिन्हा और राम जेठमलानी ने हिस्सा लिया। इनके अलावा, राजद नेता एवं बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रतिनिधि एवं राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा, पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और जानेमाने दलित नेता एवं गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी भी मंच पर नजर आए।
कांग्रेस के प्रतिनिधि के तौर पर आए सिंघवी ने कहा, ‘‘हमने इस तरह की बदले की राजनीति पहले कभी नहीं देखी थी। जब अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में 100 रैलियां की तो किसी ने सवाल नहीं पूछा, लेकिन जब राजद ने एक रैली का आयोजन किया तो उसे आयकर का नोटिस थमा दिया गया।’’
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर “घटिया राजनीति” करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वोटों के बंटने का सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को होता है।
सिंघवी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के गठबंधन का मजाक उड़ाते हैं लेकिन उनकी पार्टी ने कश्मीर में सबसे अनैतिक गठबंधन किया। वह उसके बारे में क्या कहेंगे?”
शत्रुघ्न सिन्हा जी ने कहा कि यदि आप वर्तमान सरकार की आलोचना करते हैं तो अब देशद्रोही हैं और यदि आप वर्तमान सरकार की तारीफ करते हैं तो आप देशभक्त हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह किसी एक व्यक्ति सत्ता से बाहर करने की बात नहीं है। यह देश को बचाने और आजादी के लिए लड़ने वालों के बलिदान का सम्मान करने की बात है।’’
अब्दुल्ला ने कहा कि लोग धार्मिक आधार पर बंट रहे हैं। ‘‘लोगों को पाकिस्तानी बताया जा रहा है। लेकिन सभी लोग…. लद्दाख से लेकर हर जगह पर… भारत में रहना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुसलमान हूं और मुझे भारत से, अपने देश से प्यार है।’’
गुजरात के पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने ‘गोरों’ के खिलाफ लड़ने की अपील की थी और हम ‘चोरों’ के खिलाफ लड़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी ने प्रधान मंत्री पद के सवाल पर जवाब दिया ‘‘वे पूछते हैं विपक्षी दलों का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है…हमारा कहना है कि हमारी तरफ से लोग प्रधानमंत्री उम्मीदवार का फैसला करेंगे। लेकिन, उनकी ओर से इस नाम (नरेंद्र मोदी) ने देश को निराश किया है, आपका दूसरा नाम कौन सा है?’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने कहा ‘‘अगर (नरेंद्र) मोदी-(अमित) शाह की जोड़ी 2019 का चुनाव जीतकर देश में शासन करती रही तो वह संविधान को बदल देगी और कभी चुनाव नहीं करवाएगी। जर्मनी में हिटलर ने जो किया था, वही होगा।’’
केजरीवाल जी ने धर्म के नाम पर लोगों के बीच दुश्मनी फैलाने का भाजपा पर आरोप लगाया।
BHASHA.PTI