the hindu

दिल्ली में आम आदमी पार्टी द्वारा ‘नई शराब नीति’ लागू करने के बाद से ही सियासत तेज हो गई है. इस मामले में मनीष सिसोदिया तथा सत्येंद्र जैन दो अन्य मंत्रियों को जेल में डाल दिया गया है.

होली के दिन आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया केंद्र सरकार के षड्यंत्रों के कारण जेल में हैं.

उन्हें साजिश के तहत तिहाड़ जेल की जेल नंबर एक में रखा गया है जहां हिंसक और खतरनाक कैदियों को रखा जाता है.

इस जेल में बंद अपराधी मानसिक रूप से बीमार होते हैं तथा किसी की भी इशारे पर हत्या करने से परहेज नहीं करते हैं.

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सौरभ ने कहा कि हम भाजपा के राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं किंतु क्या इस तरह की दुश्मनी राजनीति में होती है.

जब भाजपा हमें दिल्ली में नहीं हरा पाई तो इस तरह के निकृष्ट षड्यंत्र आप के विरुद्ध केंद्र सरकार ने उठाया है. पीएम नरेंद्र मोदी अपनी हार का बदला इस तरीके से लेंगे हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.

वहीँ आप नेता संजय सिंह ने कहा है कि शराब घोटाले का ना सिर है, न पैर. इसके बाद भी मनीष सिसोदिया के घर, गांव, बैंक खातों में छापेमारी की गई किंतु कुछ नहीं मिला.

मनीष सिसोदिया को खूंखार कैदियों के बीच जेल में रखकर उनकी हत्या कराने की साजिश की जा रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कर्नाटक में भाजपा विधायक के बेटे

के घर पर 8 करोड़ रूपया नगद मिला किंतु ईडी और सीबीआई वहां नहीं पहुंच पाई. इसके अतिरिक्त भाजपा विधायक के बेटे को बेल दे दी गई.

PM मोदी से कहना चाहता हूं कि आप और आपकी पार्टी अगर इतनी ज्यादा नफरतों से भरी हुई है तो आपको यह नियम बनाना चाहिए कि ईडी और सीबीआई को मुर्दों से भी पूछताछ करनी चाहिए.

ED और CBI को कब्र खोदने में लगा दीजिए, मुर्दों को डंडा मार-मार कर पूछताछ कीजिए. यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि लालू यादव 7 महीनों

के बाद इलाज कराकर घर लौटे वह किडनी की बीमारी से परेशान हैं किंतु उनके घर पूछताछ करने सीबीआई और ईडी पहुंच गई.

यहां बताते चलें कि 26 फरवरी को सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को शराब नीति में 6 महीनों की जांच के बाद गिरफ्तार किया था.

इस नीति में आप सरकार ने राजस्व नीति को लेकर माफिया राज खत्म करने का तर्क दिया था. साथ ही साथ सरकार के राजस्व में इजाफा करने की बात भी कही गई थी.

By Agaz Bharat

हम स्वतंत्र मीडिया संसथान हैं तथा सभी तरह के दबाव से मुक्त होकर कार्य करते हैं. हमारा उद्देश्य जनपक्ष पत्रकारिता को बढ़ावा देना है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!