रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ₹2000 के नोट पर बड़ा फैसला लेते हुए बताया है कि 30 सितंबर, 2023 के बाद से ₹2000 के नोट सरकुलेशन से बाहर हो जाएंगे.
जिन लोगों के पास ₹2000 के नोट हैं, वे 23 मई 2023 से बैंकों में ₹2000 के नोट को बदल सकते हैं. एक बार में ₹20000 की वैल्यू के नोट बदले जा सकते हैं.
चेहरें और मुखौटे –
● 2016 – 2000 का नोट ✔️
■ 2023 – 2000 का नोट ✖️ pic.twitter.com/vmojrdQwym
— Samajwadi Party – USA Chapter (@SamajwadiUsa) May 20, 2023
इस संबंध में आरबीआई ने ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ का हवाला देकर कहा है कि ₹2000 के नकली नोट चलन में बढ़ने की वजह से इसे बंद करने का निर्णय लिया गया है.
जबकि काले धन पर भी कड़ी लगाम लगाना इसका उद्देश्य है. भाजपा के राज्यसभा सांसद तथा बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि
“₹2000 के नोट बड़े-बड़े लोगों ने जमा करके रखे हैं. सामान्य लोगों के पास ये नोट नहीं के बराबर हैं. अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों में बड़े नोटों का चलन नहीं है.
भारत उसी नीति पर चल रहा है. इस कदम से देश में जिन लोगों के पास भी ब्लैक मनी इकट्ठा है, वह स्वतः बाहर आ जाएगी.”
सरकार के इस फैसले से आलोचना करने वालों का कहना है कि जब ₹2000 का नोट सरकार ने जारी किया था तो कुछ न्यूज़ चैनल वालों ने बताया कि
इसमें नैनो चिप लगा हुआ है. यदि 120 मीटर जमीन के नीचे भी किसी ने इन नोटों को छुपा रखा है तो उसका सिग्नल सीधे प्राप्त होगा.
यदि वास्तविकता यह थी तो फिर टेरर फंडिंग तथा काला धन को रोकने के नाम पर ₹2000 के नोट क्यों प्रतिबंधित किया जा रहे हैं
या तो चीप वाली बात गलत थी या सरकार पूरी तरीके से काला धन को रोक पाने में असफल रही है.