- मुख्य अभियंता गंडक के कृत्य से हो रही है सरकार की छवि धूमिल–रूपेश
- माननीय मुख्यमंत्री जी स्वत संज्ञान लेकर कर्मचारियों को दिलाएं न्याय– मदनमुरारी
गोरखपुर: मुख्य अभियंता गंडक गोरखपुर के कार्यालय पर अवैध नियुक्तियों तथा निकाले गए कर्मचारियों द्वारा विगत 8 दिनों से लगातार धरना दिया जा रहा है.
इस मौके पर ‘राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद’ के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने धरने को संबोधित करते हुए ने कहा कि
“बड़े ही दुर्भाग्य की बात है, 32 वर्षों से 208 कर्मचारी अपने रोटी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. मा० हाईकोर्ट से लेकर
मा० सुप्रीम कोर्ट का सभी फैसला कर्मचारियों के पक्ष में है लेकिन सिंचाई विभाग के बेलगाम अधिकारी उस फैसले का अनुपालन नहीं कर रहे हैं.”
इससे हमारे सरकार की छवि धूमिल हो रही है, गोरखपुर मुख्यमंत्री का शहर है और हमारे मुख्यमंत्री जी त्वरित न्याय के लिए जाने जाते हैं.
लेकिन मुख्य अभियंता गंडक के कृत्यों के कारण कहीं न कहीं हमारे मुख्यमंत्री की छवि धूमिल हो रही है.
इस प्रचंड गर्मी में कर्मचारी आए दिन बीमार पड़ रहे हैं. अगर किसी के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्य अभियंता गंडक की होगी.
परिषद के उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि 208 कर्मचारी अपने ही सरकार में न्याय नहीं पा रहे हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
मैं अपने यशस्वी मुख्यमंत्री पूज्य योगी आदित्यनाथ से यह गुहार लगाता हूं कि वह इस मामले को स्वत: संज्ञान
लेकर इन्हें इनकी रोटी वापस दिलाएं जिससे यह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.
मंत्री अश्वनी श्रीवास्तव, वरुण बैरागी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह, उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ल, कनिष्का गुप्ता,
बंटी श्रीवास्तव, जामवंत पटेल, अनूप श्रीवास्तव आदि कर्मचारी नेताओं ने मुख्य अभियंता गंडक कार्यालय के सामने धरने पर बैठे सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के धरने को समर्थन किया है.