AGAZBHARAT
  • भ्रष्टाचार के स्नान गृह में शासकीय तंत्र स्नान की शौकीन
  • लूट सके तो लूट भ्रष्टाचार की पूरी छूट

उत्तर प्रदेश सीएम सिटी में भ्रष्टाचार के इतिहास का समूल सफाया करने की दिशा में तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा

भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाए जा रहे चरणबद्ध सत्याग्रह संकल्प अभियान के क्रम में मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग गोरखपुर

के कार्यालय पर 388 दिनों से चल रहे सत्याग्रह संकल्प के सत्याग्रहियों ने सत्याग्रह का नया इतिहास लिखा है.

अब आम नागरिक सरकार के बेखबर रवैए पर सोचने को विवश है कि प्रधान लेखाकार मुख्य लेखा परीक्षक की

वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट के अनुसार अरबों रुपए के भ्रष्टाचार के विरुद्ध किए जा रहे सत्याग्रह संकल्प पर सरकार नाकाम क्यों है?

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कहीं ऐसा तो नहीं कि भ्रष्टाचार को संवैधानिक स्वरूप देने में सरकार मशगूल है. ऐसी सरकारों को लोकतांत्रिक सरकार कहे या तानाशाह, या लोग विरोधी सरकार यह समझ से परे है.

अगर गौर किया जाए तो शराब का नशा एक परिवार और घर का विनाश करता है और भ्रष्टाचार का नशा पूरे प्रदेश और देश को बर्बादी के गर्त में डालता है.

ऐसे गंभीर मुद्दे की उपेक्षा इस बात का इशारा करती है कि लोकशाही भ्रष्टाचार के स्नान गृह में शासकीय तंत्र स्नान करने की शौकीन बन चुकी है.

इसे लोकतंत्र में कदापि बर्दाश्त नहीं किया जा सकता तथा संगठन किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार या भ्रष्टाचारी को बर्दाश्त नहीं करेगा.

सत्याग्रह कार्यक्रम में उपस्थित उच्च न्यायालय उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश द्विवेदी, विशिष्ठ अतिथि डॉ0 जेपी नायक, प्रदेश उपाध्यक्ष हीरा लाल गौड़,

जिलाध्यक्ष, जिला मंत्री डॉ0 शोभित, जिला मंत्री श्रीवास्तव, सुबास यादव, कैलाश यादव उ0प्र0 मा0शि0 संघ, चिकित्सा जगत से सैयद वसीम इक्बाल,

संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अनूप शुक्ला, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, योगेन्द्र कुमार मिश्रा,

सैनी, अमन कुमार, अजय पांडे, छेदी लाल पासवान, गोकुल गुप्ता, रीना शाही, नदीम अजीज, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.

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