BY-THE FIRE TEAM
अपराजिता सारंगी जो ओडिशा कैडर की पूर्व आईएएस अधिकारी हैं, ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली. उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में दिल्ली में पार्टी में शामिल हुईं.
Congratulations 🌷
and Hearty WELCOME…⚘⚘⚘
to former IAS Officer Ma'am Aprajita Sarangi ji in @BJP4Odisha .It's #AchheDin for our Odisha and the Odia people.
We all are now more hopeful from @BJP4India and our Greatest PM @narendramodi ji.@AprajitaSarangi 🙏🙏🙏 pic.twitter.com/965F5OF7vB
— Tapan Parida 🇮🇳 (@tkparida) November 27, 2018
सारंगी 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं तथा ये 2013 तक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थीं और ग्रामीण विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव (मनरेगा) के पद पर तैनात थीं. सारंगी ने हालही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी.
भाजपा के साथ जुड़ने के बाद सारंगी ने कहा, ‘मैं बड़े स्तर पर लोगों के लिए काम करना चाहती हूं. राजनीति एकमात्र ऐसा मंच है, जहां आपको यह करने का मौका मिलेगा.
I just received my order finally approved by our Hon'ble Prime Minister today. I am grateful to him for his kind acceptance and approval.
I look forward to the next journey with enthusiasm, positivity and optimism.
I seek the blessings of Lord Jagannath and good wishes of all.— Aparajita Sarangi, MP, Lok Sabha- Bhubaneswar (@AprajitaSarangi) November 16, 2018
मुझे लगता है कि राजनीति में सक्रिय होने पर मुझे ज्यादा बड़ा मंच मिलेगा और मैं ओडिशा के लोगों के लिए और ज्यादा बेहतर तरीके से काम कर सकूंगी.
आपको बताते चलें कि, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले 21 सितंबर को पूर्व आईएएस, आईपीएस और आईएफएस समेत 17 अधिकारियों ने भाजपा का दामन थाम था.
भाजपा की सदस्यता लेने वाले इन अधिकारियों में से 10 से ज्यादा अधिकारी पुलिस विभाग से हैं. कुल 17 पूर्व अधिकारियों में एक पूर्व आईएएस अधिकारी भी शामिल हैं.
जिन अधिकारियों ने बीजेपी से रिश्ता जोड़ा है, उनमें से कई लोग चुनाव लड़ने की तैयारी में भी हैं. वहीं इससे पहले रायपुर के जिला कलेक्टर ओ पी चौधरी ने भी अपने पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे.
ओपी चौधरी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2005 बैच के अधिकारी हैं. राजपुर कलेक्टर से पहले चौधरी दंतेवाड़ा में कलेक्टर रह चुके हैं.
पिछले चुनाव के समय वे जनसंपर्क विभाग में थे. इसके बाद से वे सीएम डॉ रमन सिंह के करीबी और पसंदीदा अफसरों के रूप में गिने जाते रहे हैं.