BY-THE FIRE TEAM
देश में बढ़ते आतंकवाद और कट्टरता को लेकर पूर्व आर्मी चीफ बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया कि आज हमारे देश में कट्टरता ने एक अलग रूप ले लिया है.
जम्मू-कश्मीर में धर्म के बारे में गलत सूचना और झूठ फैलाया जा रहा है जिस कारण युवा कट्टर होते जा रहे हैं. उनका कहना है कि देश में यह जो भी हो रहा है, वह युद्ध का एक रूप बनता जा रहा है.
Army Chief Bipin Rawat at Raisina Dialouge 2019: Radicalisation has taken a different form in our country. In J&K, youth is getting radicalised due to misinformation & falsehood about religion being fed to them. This is becoming a form of warfare. pic.twitter.com/kE44NGTrAt
— ANI (@ANI) January 9, 2019
आर्मी चीफ बिपिन रावत ने रायसीना डायलॉग 2019 नाम के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान यह बात कही. आपको बता दें कि बिपिन रावत
वर्तमान बीजेपी पार्टी में एक जिम्मेदार पद पद पर आसीन हैं तथा अपना राजनितिक कैरियर प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से शुरू किया था.
#Raisina: Dialogues from @Facebook, Tuesday — 9 January, on https://t.co/wLYARBlxNY.#Raisina2019 • https://t.co/gry5prFiUN pic.twitter.com/wG32unAg7U
— Raisina Dialogue (@raisinadialogue) January 8, 2019
‘रायसीना डायलॉग संबंधित तथ्य :
16-18 जनवरी, 2018 के मध्य ‘रायसीना डायलॉग’, 2018 के तीसरे संस्करण का आयोजन ताज पैलेस होटल, नई दिल्ली में किया जा रहा है।
इस सम्मेलन का मुख्य विषय (Theme)- “Managing Discruptive Transitions : Ideas, Institutions & Idioms’ है।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन तन्याहू ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में शामिल हुए।
रायसीना डायलॉग (संवाद) भारत का एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संवाद है।
यह भारत सरकार के विदेश मंत्रालय व आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) की संयुक्त पहल है। उल्लेखनीय है कि आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन नई दिल्ली स्थित एक स्वतंत्र थिंक-टैंक है।
रायसीना डायलॉग भारत द्वारा भू-राजनैतिक एवं भू-आर्थिक पर आयोजित एक ऐसा वार्षिक सम्मेलन है जिसमें विभिन्न राष्ट्रों के हितधारक, राजनेता, पत्रकार, उच्चाधिकारी तथा
उद्योग एवं व्यापार जगत से संबंधित लोग एक मंच पर अपने विचार साझा करते हैं। साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय का मुख्यालय जिस रायसीना पहाड़ी पर स्थित है,
उसके नाम से ही इसे रायसीना संवाद नाम दिया गया है। रायसीना संवाद का मुख्य उद्देश्य एशियाई एकीकरण एवं शेष विश्व के साथ एशिया के बेहतर समन्वय की संभावनाओं तथा अवसरों को तलाश करना है।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर और स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री कार्ल बिल्ड्ट
सहित 90 देशों के लगभग 150 से ज्यादा वक्ता और लगभग 550 से ज्यादा प्रतिनिधि संवाद में हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा, सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत,
नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, अमेरिका के प्रशांत कमान के प्रमुख एडमिरल हैरी हैरिस और ब्रिटेन के संयुक्त बल कमांडर जनरल क्रिस डेवेरेल सहित अन्य भी इसके एक सत्र को संबोधित करेंगे।