BY-THE FIRE TEAM
उस समय राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई जब एक बीजेपी नेता अवधूत वाघ ने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान विष्णु का ‘ग्यारहवां अवतार’ बताते हुए इसे देश का सौभाग्य करार दिया.
BJP नेता ने PM मोदी को बताया भगवान विष्णु का अवतार, कांग्रेस बोली- ये देवताओं का अपमान है#BJP https://t.co/N3slrseOow
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) October 13, 2018
इसपर विपक्ष ने जमकर मजाक उड़ाया और कांग्रेस ने इस बयान को देवताओं का अपमान करार दिया और कहा कि इसे क़तई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अवधूत वाघ ने ट्वीट किया, ‘सम्मानीय प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी भगवान विष्णु का ग्यारहवां अवतार हैं.’ अवधूत यहीं नहीं रुके बल्कि एक मराठी चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘देश का सौभाग्य है कि हमें मोदी में भगवान जैसा नेता मिला है.’
वाघ पर हमला करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा कि यह देवताओं का ‘अपमान’ है. उन्होंने कहा, ‘यह (वाघ द्वारा) खोयी गयी राजनीतिक जमीन हासिल करने की कोशिश भी है.
मुझे नहीं लगता कि इस टिप्पणी को ज्यादा महत्व देने की जरुरत है.’ लोंधे ने कहा कि यह टिप्पणी सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के अंदर ‘संस्कृति के निम्नस्तर’ की झलक है.
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा, ‘वाघ वीजेटीआई से अभियांत्रिकी स्नातक हैं. अब इस बात की जांच करने की जरुरत है कि उनका (डिग्री) सर्टिफिकेट असली है या नहीं. ऐसी उनसे आशा नहीं थी.’
आपको बता दें कि वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलोजी इंस्टीट्यूट (वीजेटीआई) एशिया में सबसे पुराने अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में एक है. यहाँ के विद्यार्थी से इस तरह की बयानबाजी की उम्मीद नहीं दिखती वास्तव में यह दुर्भाग्य पूर्ण है.
बता दें कि वीरमाता जिजाबाई तकनीकी संस्थान (वीजेटीआई) मुंबई में एक इंजीनियरिंग कॉलेज है. 1887 में स्थापित, यह एशिया के सबसे पुराने इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक है.
इसे 26 जनवरी, 1 997 को अपना वर्तमान नाम अपनाए जाने तक विक्टोरिया जुबली तकनीकी संस्थान के रूप में जाना जाता था.
वर्तमान राजनितिक परिदृश्य में जिस तरह की बयानबाजियं नेताओं द्वारा की जा रही हैं वह कई अप्रत्यक्ष प्रश्नो को उठाती है. इसकी व्यापक समीक्षा की जरूरत है.