BY-THE FIRE TEAM
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग करने को ‘लोकतंत्र का मजाक’ बताया है. पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने कहा कि यह लोकतंत्र के साथ मजाक हो रहा है.
जब उनसे पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने का सवाल किया गया तो उनका कहना था कि वे हमेशा लोकतंत्र के समर्थक रहे हैं और देश के हित में बोलते हैं. अगर, पार्टी के लोग इसे गलत समझ लेते हैं तो भी वे ऐसे ही काम करेंगे.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, ‘जहां तक देश की भलाई के लिए काम करने की बात है, तो मैं विद्रोही हूं.’
वहीं राम मंदिर से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर से पहले ‘मानवता के मंदिर’ को प्राथमिकता देंगे.
‘मानवता के मंदिर’ को समझाते हुए उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को रोजगार, किसानों की फसलों के लिए अच्छी कीमतें और देश के लिए शांति ही ‘मानवता का मंदिर’ है.
आपको बता दें कि अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न ने बुधवार को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को ‘वन मैन शो और टू मैन आर्मी’ बताया था.
उन्होंने यह भी दोहराया कि वे 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और भाजपा से निकाले जाने की स्थिति में उनके लिए कई विकल्प हैं.
उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को ‘दरकिनार करने के लिए’ भी पार्टी के शीर्ष नेताओं की आलोचना की.