BY-THE FIRE TEAM
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब भोपाल के महापौर ने गायों को लेकर एक अनोखा फैसला किया है. उन्होंने मरने वाली गायों के अंतिम संस्कार के लिए भोपाल में मुक्तिधाम बनाने की घोषणा की है.
उनकी इस घोषणा के बाद भोपाल देश का पहला ऐसा शहर होगा जहां गायों के अंतिम संस्कार के लिए विशेष तौर पर मुक्तिधाम बनाया जाएगा.
ग़ौरतलब है कि भोपाल के महापौर आलोक शर्मा बीजेपी से हैं जिन्होंने अपने इस फैसले को लेकर कहा कि गाय दूध देती है तो उसकी पूजा होती है, जब बंद कर देती है तो आवारा कहने लगते हैं.
ऐसे में नगर निगम ने प्रावधान किया था कि बजट में गौ मुक्तिधाम बने जैसे ही जगह मिलेगी गौ मुक्ति धाम बनाएंगे.
आपको बता दें कि वर्तमान में भोपाल म्यनूसिपिल कॉरपोरेशन पर बीजेपी काबिज है. गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में राज्य की हर पंचायत में गौशाला खोलने का वायदा किया था.
अब पार्टी कह रही है कि मुक्तिधाम से पहले ज़रूरी है सड़क पर घूमने वाली गायों को गौशाला पहुंचाना. कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने कहा-
गौ मुक्ति धाम बनाने की बात कह रहे हैं, लेकिन पहले जो गायें सड़क पर पड़ी हैं उन्हें गौशाला तक पहुंचाए. सरकार के आकंड़ों के मुताबिक राज्य में कुल मवेशियों की संख्या 2.27 करोड़ है,
जिनमें 90 लाख दुधारु हैं तथा इनमें से 54 लाख तो सिर्फ गाय हैं.
इन सभी घोषड़ाओं के सम्बन्ध में विचारणीय पहलू यह है कि इससे पहले मध्यप्रदेश में गायों के लिए एंबुलेंस सेवा चलाने का फैसला किया गया था.
उस दौरान सरकार को इसके लिए आम जनता की कड़ी आलोचना भी छेलनी पड़ी थी. आम लोगों का कहना था कि राज्य में मरीजों और घायलों के लिए तो एंबुलेंस मिल नहीं पाती है
और सरकार गायों के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारी में है. याद हो कि सरकार ने बाकायदा इसके लिए प्रस्ताव मंडी बोर्ड को भेज दिया था.