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BY-THE FIRE TEAM

सामरिक बल कमान ने स्वदेश विकसित एवं सतह से सतह तक मार करने वाली परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम पृथ्वी-2 मिसाइल का शनिवार को ओडिशा में रात्रिकालीन सफल परीक्षण किया.

आपको बता दें कि यह परीक्षण सेना के नियमित प्रशिक्षण अभ्यास का हिस्सा है.

इसकी मारक क्षमता 350 किलोमीटर है, तथा बालेश्वर के निकट चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज के परीक्षण परिसर-3 में एक मोबाइल लांचर से टेस्ट किया गया.

इससे पहले पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण इस वर्ष 21 फरवरी को चांदीपुर में आईटीआर से रात के समय में किया गया था. सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम तक की युद्ध सामग्री ले जाने में सक्षम है.

यह दो तरल प्रणोदन इंजनों से संचालित होती है, तथा अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल करती है. इससे पहले 21 नवंबर 2016 को इसी जगह से दो पृथ्वी 2 मिसाइलों का एक के बाद एक परीक्षण किया गया था.

इस नौ मीटर लंबी मिसाइल को वर्ष 2003 में भारतीय सशस्त्र बल में शामिल किया गया था. यह पहली ऐसी मिसाइल है, जिसे डीआरडीओ ने एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया है.

आपको बता दें कि इस समय भारत अपनी सुरक्षा को लेकर काफी सशक्त है और लगातार अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत करता जा रहा है.

चाहे राफेल विमान के सौदा का मामला हो अथवा रूस के साथ एस ४०० मिसाइल, सभी इसी उद्देश्य का हिस्सा हैं.

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