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BY– THE FIRE TEAM


उर्जित पटेल का 3 साल का कार्यकाल सितंबर, 2019 में खत्म हो रहा है. सरकार और उनके बीच चल रहे मतभेदों से संकेत मिल रहे हैं, उनका कार्यकाल बढ़ पाना मुश्किल है।

सीबीआई में चल रहे घमासान में उलझी केंद्र सरकार के लिए अब नई मुसीबत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से आ रही है. आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने सरकार पर रिजर्व बैंक के कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया है और ऐसा बंद ना होने पर इसके बुरे परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।

इस बयान के अलावा आरबीआई बैंक के कर्मचारी यूनियन ने चिट्ठी लिखी है कि सरकार के द्वारा बैंक की स्वायत्तता को खतरा पहुंचाया जा रहा है। कर्मचारियों ने डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य के उस बयान का भी समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने सरकार की दखलअंदाजी को लेकर कामकाज किया था।

पटेल के इसी बयान को ढाल बनाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि यह देखना सुखद है कि आखिरकार भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल केंद्रीय बैंक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘बचा रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि देश भाजपा-आरएसएस को संस्थाओं पर कब्जा नहीं करने देगा। पटेल और ‘टीम मोदी’ के बीच टकराव की खबरों के बाद गांधी ने कहा कि गवर्नर के आरबीआई के बचाव में आने में कोई विशेष देरी नहीं हुई है.

गांधी ने ट्वीट किया, “यह अच्छा है कि आखिरकार पटेल आरबीआई को ‘मिस्टर 56’ से बचा रहे हैं. कभी नहीं से विलंब बेहतर, भारत भाजपा/आरएसएस को हमारी संस्थाओं पर कब्जा नहीं करने देगा.”

बता दें कि बीते कुछ दिनों से उर्जित पटेल और मोदी सरकार के बीच सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है. लगातार इस प्रकार की खबरें आ रही हैं, हाल ही के कई मामलों के कारण पटेल सरकार से खुश नहीं हैं।

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