प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरीके से कोरोनावायरस से निपटने के लिए लोगों से ताली-थाली बजाने का आग्रह किया था वैसे ही अब बेरोजगारी और भर्ती प्रक्रियाओं में लेटलतीफी को लेकर छात्रों ने एक बड़े आंदोलन की मुहिम छेड़ी है.
इन्होंने भी प्रधानमंत्री की तर्ज पर ही छात्रों से आने वाली 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर ताली-थाली बजाने का आह्वान किया है.
जितने भी बेरोजगार युवा साथी सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया में लेटलतीफी को लेकर परेशान हैं और अपने ‘मन की बात’ सरकार तक पहुँचाना चाहते हैं,
Tali thali utensils candle torch will have to register live protests with burning embers in processions, now all of us have to complete the task without delay, all of us children get ready with us#StopPrivatization_saveGovjob #SpeakUpForSSCRailwaiysStudents @Rakesh_Bassi7 pic.twitter.com/nKZxUI8Sau
— मैं भी बेरोजगार -☝️✍️ (@RBaiplawat1) September 2, 2020
उन सभी साथियों से कहना चाहता हूँ कि आने वाले 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर PM द्वारा ही अपनाए गए तरीके का इस्तेमाल करते हुए पूरे देश में शाम 5 बजे, 5 मिनट ताली-थाली बजायें.
जिससे कि बेरोजगार युवाओं की आवाज सरकार तक पहुँच सके क्योंकि यह सरकार ताली-थाली की ही भाषा को समझती है. इसलिए सभी प्रतियोगी छात्रों से गुजारिश है कि-
इस मुहिम को गम्भीरता से लें और आने वाले 5 सितम्बर को शाम 5 बजे, 5 मिनट ‘बेरोजगारों की ताली-थाली’ का हिस्सा जरूर बनें. इस संदेश को अधिक से अधिक शेयर करें और इस मुहिम को #बेरोजगारोंकीताली_थाली… 5 सितम्बर शाम 5 बजे 5 मिनट का नाम दें.
आंदोलनरत प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा है कि-अधिकारों का हनन हुआ तो खून बहेगा सड़कों पर.