editorji

सऊदी अरब के प्रधानमंत्री तथा क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का सऊदी में महिलाओं को सशक्त करने का सपना अब पूरा होता नजर आ रहा है.

दरअसल वर्ष 2030 तक उनकी भी सोच थी कि महिलाएं बुलेट ट्रेन चलाएं. हालांकि अन्य क्षेत्रों में भी वरीयता दिए जाने की वजह से महिलाएं अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही हैं.

32 महिलाओं का पहला मैच बुलेट ट्रेन चलाने का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर चुका है. इनकी नियुक्ति मक्का और मदीना के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन में की गई है.

453 किलोमीटर की इस लंबी यात्रा को महिला ड्राइवर पूरी करते नजर आएंगी. मौजूदा समय में महिलाएं सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रही हैं.

आपको बता दें कि वर्ष 2016 में क्रॉउन प्रिंस ने एक सपना देखा था कि सऊदी की इकोनामी को तेल की निर्भरता पर कम किया जाए. इसके लिए उन्होंने कई प्रोजेक्ट चलाए.

यहां तक कि सरकारी दफ्तरों के अतिरिक्त महिलाओं को भी निजी सेक्टर में आने का मौका देकर कहीं ना कहीं इस गतिविधि को तेज करने में योगदान दिया है.

आपको बता दें कि पिछले वर्ष सऊदी अरब में ऊंटों की ‘शिप्स ऑफ डेजर्ट’ की प्रतियोगिता हुई थी जिसमें तकरीबन 40 महिलाओं ने भी हिस्सा लिया था.

इनकी संख्या लगभग 40 थी तथा जीतने वालों को करोड़ों का इनाम भी रखा गया था. वर्ष 2018 में जहां महिलाओं का प्रतिशत नौकरियों में मात्र 20% था

वहीं 2023 में बढ़कर 33 फ़ीसदी हो गया है जो इस्लामिक देश के लिए बड़ी बात मानी जा रही है. दरअसल इसकी वजह यह है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को नौकरियों में आने की वकालत इस्लामी देशों में कम की जाती है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here