BY– THE FIRE TEAM
हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह पार्टी के अधिवेशनों में पोस्टरों से पूरी तरह गायब कर दिए गए हैं। वीरभद्र की अनदेखी से खफा उनके समर्थकों ने पार्टी की प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल के सामने ही हंगामा कर दिया।
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू की अध्यक्षता में ऊना में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र का अधिवेशन हुआ। इसमें प्रदेश पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल सहित संसदीय क्षेत्र के दिग्गज नेताओं ने शिरकत की।
अधिवेशन में आयोजकों की ओर से मंच पर लगाए गए बैक ड्रॉप में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और सुक्खू की तस्वीरें थीं, लेकिन वीरभद्र सिंह की फोटो नजर नहीं आई।
टिकट की दावेदारी से गरमाया माहौल
जिला कांग्रेस के महासचिव विवेक मिंका ने इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिसने भी पोस्टर तैयार किए हैं वे गलत हैं और इसकी जांच हो। पाटिल ने पूर्व सीएम का पार्टी के साथ होने का दावा करते हुए कहा कि वीरभद्र सिंह से बाकायदा सम्मेलन के आयोजन को लेकर चर्चा की गई, लेकिन वह व्यस्तता के चलते नहीं आ पाए।
सुक्खू ने कहा कि वीरभद्र सिंह सम्मानित नेता हैं। उनके व्यक्तिगत तौर पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन पार्टी उनके मार्गदर्शन में ही आगे बढ़ेगी। अधिवेशन में बिलासपुर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को लोकसभा टिकट देने की मांग को लेकर उनके समर्थक कार्यकर्ता नारेबाजी करते सम्मलेन कक्ष में जा पहुंचे।
इस पर सुक्खू ने उन्हें फटकार लगाई। सुक्खू ने कहा कि ऐसे प्रदर्शनों और अधिवेशनों में पार्टी टिकट नहीं दिए जाते। बहरहाल, कांग्रेस अधिवेशन में नारेबाजी और वीरभद्र गुट की अनदेखी से पार्टी में दरार उभर कर सामने आई।