BY– THE FIRE TEAM
30 साल तक आपने फौज में अपनी सेवा दी हो और फिर इंस्पेक्टर की पोस्ट पर और फिर आपको कहा जाए आप भारतीय नहीं हो तो आपको कैसा लगेगा? यह सब कुछ भारत के लोकतंत्र में हो रहा है। आपको यह आम घटना लग सकती है लेकिन वास्तव में यह भारत के लोकतंत्र पर गहरा प्रहार है जो शायद अभी आपको नहीं दिख रहा है।
नाम- मोहम्मद सना उल्लाह
काम- 30 साल फौज में, अब असम में डिप्युटी इंस्पेक्टर
उपलब्धि- कारगिल युद्ध लड़ा, राष्ट्रपति से अवार्ड
असम के रहने वाले मोहम्मद सनाउल्लाह के साथ एक अजीबोगरीब घटना हुई है। पुलिस आती है उनको अचानक पकड़ती है, बताती है कि वह विदेशी हैं और गिरफ्तार करके ले जाती है। दरअसल असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने के लिए धरपकड़ अभी भी चालू है। घुसपैठियों को रोकने के लिए सरकार को कड़ा कदम अवश्य उठाना चाहिए लेकिन यह भी सुनिश्चित हो कि इससे निर्दोष लोगों को कोई परेशानी ना हो।
सनाउल्लाह ने राइटर से बात करते हुए कहा की उन्होंने 30 साल फौज में रहकर देश की सेवा की अब उनको यह सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा भारतीय रहे हैं और रहेंगे।
I am an Indian, very much an Indian and will forever remain an Indian, said K.argil war veteran Mohammed Sana Ullah
— IndiaToday (@IndiaToday) May 30, 2019
सनाउल्लाह के वकील अमन ने कहा- हो सकता है यह फैसला किसी गलतफहमी में आया हो।
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