धार्मिक स्वतंत्रता से समझौता होने पर दुनिया हो जाएगी बदत्तर: माइक पोम्पिओ

 


BY-THE FIRE TEAM


प्राप्त सूचना के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री ने दुनिया में बढ़ती धार्मिक कट्टरता पर चिंता जताते हुए कहा है कि जिस तरह से धर्म के नाम पर लोगों का खासकर एक विशेष समुदाय के प्रति नफरत और उत्पीड़न किया जा रहा है, वह बहुत शोचनीय है.

आपको बता दें कि पोम्पियो ने यह टिप्पड़ी उस समय किया है जब 21 जून को अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा वार्षिक अंतरास्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट जारी किया गया था.

पोम्पियो का वक्तव्य ऐसे समय आया है जब गो-रक्षा के नाम पर मुसलमानों को निर्दोष मॉब लिंचिंग जैसी घटना का शिकार होना पड़ रहा है. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए पोम्पिओ ने बताया कि-

भारत चार बड़े धर्मों की जन्म-स्थली रहा है, इन धर्मों के अनुयायी पूरी दुनिया में मिलते हैं. हमें निश्चित तौर पर एक साथ रहने की जरूरत है. हमें अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों के पक्ष में खड़ा होना चाहिए क्योंकि यदि इनके विरुद्ध समझौते हुए तो दुनिया बदत्तर हो जाएगी.

अमेरिका द्वारा जारी गए इस रिपोर्ट में भाजपा के कुछ नेताओं के विरुद्ध यह आरोप लगे हैं कि इन्होंने अल्पसंख्यकों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए हैं. हालाँकि इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के मीडिया सेल प्रमुख और राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी ने बताया कि-

अल्पसंख्यकों के विरुद्ध जो भी घटनाएँ घटी हैं वे साजिश का नतीजा हैं तथा अपराधी प्रवृति के लोगों ने इसे अंजाम दिया है, साथ ही प्रधानमंत्री और उनके लोग जब भी जरूरत पड़ी कमजोर लोगों के साथ खड़े दिखे तथा ऐसी घटनाओं की निंदा किया है.

जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने पर पोम्पियो ने ख़ुशी जाहिर किया है तथा आतंवाद के खिलाफ भारत के रुख को सकारात्मक कदम बताया है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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