BY-THE FIRE TEAM
मिली जानकारी के मुताबिक पेरू की राजधानी लिमा के हुवांचाकू जो एक पर्यटक स्थल है, में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को लगभग 227 बच्चों के कंकाल मिले हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि यहाँ प्राचीन काल में चिमु संस्कृति बसती थी, और ये लोग बलि देने में यकीन करते थे. सम्भवतः ये कंकाल इसी तथ्य की ओर इशारा कर रहे हैं. इस घटना के सम्बन्ध में
मुख्य पुरातत्वविद फेरन केस्टिलो ने बताया कि- इस जगह से उन बच्चों की सबसे अधिक हड्डियाँ मिली हैं जिनकी बलि दी जाती थी. दरअसल, इस तरह की बलि के पीछे यहाँ के लोगों में
अपने देवताओं को प्रसन्न करने लिए अनुष्ठान किया जाता था जो, इस प्रकार की प्रथा को मान्यता देती थी. बलि में जिन बच्चों को शिकार बनाया गया है उनकी उम्र 14 वर्ष से कम पायी गई है.
CHIMU CULTURE
साक्ष्यों से पता चलता है कि एलनीनो के बाद इनकी बलि दी गई हो. एक बात और ध्यान देने योग्य यह है कि इन बच्चों के मुख को समुद्र के लहरों की तरफ रखा गया है.
इसके कारणों की अगर तलाश की जाये तो पता चलता है कि अलनीनो के प्रभाव से समुद्र की सतह गर्म हो जाती है. इससे हवाओं की राह और रफ्तार में भी बदलाव आ जाता है.
इस घटना का सबसे आधी असर देखा जाये तो मौसम पर नकारात्मक रूप में सामने आता है. जैसे- कहीं बारिश, तो कहीं सूखा का प्रकोप झेलना पड़ता है.
पुरातत्वविदों ने यह आंकलन किया है कि इन ऋतुओं के परिवर्तन को साधने के लिए इस संस्कृति के लोग ऐसे संस्कारों को अपनाते होंगे ताकि उन्हें इन समस्याओं से छुटकारा मिल जाये.