BY-THE FIRE TEAM
मिली जानकारी के मुताबिक भारत ने अपने सांस्कृतिक विरासत का लोहा मनवाते हुए अंतर रास्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान को पुख्ता किया है. आपको बता दें कि सांस्कृतिक विरासत संरक्षण क्षेत्र में
दिए जाने वाले ‘यूनेस्को एशिया प्रशांत’ के लिए देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 155 वर्ष पुराने फ़्लोरा फाउंटेन और साथ ही दो अन्य स्थलों को इस सूची में डाला है,
जिसके कारण यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है. एशिया प्रशांत पुरस्कार की घोषणा मलेशिया के पेनांग में आयोजित कार्यक्रम में हुई.
The iconic 155-year-old Flora Fountain in #Mumbai, along with two other heritage landmarks in the country's financial capital, are among the four sites that have been chosen from the country for the #UNESCO Asia-Pacific Awards for Cultural Heritage Conservation.@UNESCO pic.twitter.com/4nanrVHveV
— The Logical Indian (@LogicalIndians) October 15, 2019
ऐसे स्थान जिन्हें पुरस्कार की श्रेणी में शामिल किया गया है, वे निम्नलिखित हैं- केनसेठ इलियहु, सिनेगोग, फ़्लोरा फाउंटेन, ग्लोरी चर्च ये सभी मुंबई में स्थित हैं,
जबकि चौथे स्थल के रूप में गुजरात के अहमदाबाद में स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान का ‘विक्रम साराभाई पुस्तकालय’ है.