BBAU लखनऊ: दीक्षांत समारोह में कुर्ता-पैजामा ड्रेस कोड के विरोध में कई छात्र


BY – THE FIRE TEAM


बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय का 8वां दीक्षांत समारोह 11 नवंबर 2019 को होना है। इस समारोह में छात्र-छात्राओं के लिए ड्रेस कोड तय किया गया है।

छात्रों के लिए क्रीम (सफेद) रंग का कुर्ता व पैजामा तथा छात्राओं के लिए इसी रंग की कुर्ती व चूड़ीदार सलवार तय है। इसी ड्रेस कोड को लेकर कुछ छात्र नाराज हैं।

नाराज छात्रों की मांग है कि ड्रेस कोड अनिवार्य नहीं होना चाहिए। फार्मल ड्रेस को भी मान्य करना चाहिए।

क्रांति कुमार ने भीमराव अंबेडकर विश्विद्यालय से समाज शास्त्र में मास्टर किया है। उनका भी नाम गोल्ड मेडल की लिस्ट में है। वह विश्वविद्यालय के ड्रेस कोड की अनिवार्यता के खिलाफ हैं।

क्रांति का कहना है कि वह शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाले बाबा साहब की जैसी ड्रेस में मेडल लेना चाहते हैं। ज्ञात हो कि अंबेडकर जी ने हमेशा फॉर्मल ड्रेस में मेडल लिए हैं।

क्रांति आगे कहते हैं कि दीक्षांत समारोह में कुर्ता पैजामा पहना कर विश्वविद्यालय उनपर जबरजस्ती संस्कृति का अपना राग थोपना चाह रहा है।

केवल क्रांति कुमार ही नहीं कई छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय की मेडल कमिटी को एक पत्र भी लिखा है।

आपको बता दें कि इस 8वें दीक्षांत समारोह में द फायर के फाउंडर मेम्बर सलमान अली का भी नाम गोल्ड मेडल की लिस्ट में है। उनको गोल्ड मेडल पत्रकारिता के लिए दिया जाएगा।

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!