भारतीय चुनावों का चेहरा बदलने वाले टीएन शेषन का निधन


BY- THE FIRE TEAM


  • पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) का 86 साल की उम्र में निधन।
  • शेषन भारतीय चुनावों का चेहरा बदलने वाले चुनावी सुधारों के लिए जाने जाते हैं।

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन का रविवार रात 9:30 बजे चेन्नई स्थित उनके घर पर निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे।

टी एन शेषन का जन्म केरल के पलक्कड़ जिले के तिरुनैले नामक स्थान में हुआ था। उन्होने मद्रास के क्रिश्चियन कॉलेज से स्नातक परीक्षा उतीर्ण की। वहीं पर कुछ समय के लिये वे व्याख्याता (लेक्चरर) भी रहे।

देश के इस दसवें मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 1990 से 96 तक था। शेषन को आजाद भारत के ऐसे नौकरशाह के रूप में याद किया जाएगा, जिसके पास मौलिक सोच थी और जो देश को भ्रष्टाचार को मुक्त करने की दिशा में विवादास्पद होने की हद तक जा सकते थे।

उनके आलोचक उन्हें सनकी कहते थे, लेकिन भ्रष्टाचार मिटाने के लिए वह किसी के भी खिलाफ जाने का साहस रखते थे।

देश के हर वाजिब वोटर के लिए मतदाता पहचान पत्र उन्हीं का नतीजा था। वर्ष 1997 में उन्होंने राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा, लेकिन के.आर नारायणन से हार गए।

उसके दो वर्ष बाद कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन उसमें भी पराजित हुए।

उन्हें भारतीय चुनावों का चेहरा बदलने वाले चुनावी सुधारों में लाने के लिए व्यापक रूप से श्रेय दिया जाता है। उनमें से एक आदर्श आचार संहिता का क्रियान्वयन था। जो चुनावों से पहले नेताओं और राजनीतिक दलों के लिए डॉस की एक सूची तैयार करता है।

पूर्व सीईसी एसवाई कुरैशी ने उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।

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