BY- THE FIRE TEAM
उत्तर प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले मध्यान्ह भोजन (मिड-डे-मील) की गुणवत्ता से संबंधित अधिकारियों की शिथिलता एक नए स्तर पर पहुँच गई है।
पिछले दिनों एक खबर आई थी कि कैसे एक लीटर दूध को 20 लीटर पानी के साथ मिलाकर सोनभद्र में बच्चों को परोसा जा रहा है।
इसके बाद अब एक और आश्चर्यजनक घटना मिड-डे-मील को लेकर सामने आई है जो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से है।
मुजफ्फरनगर के जनता इंटर कॉलेज में मिड-डे मील का सेवन करने के बाद नौ छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रारंभिक निरीक्षण में पता चला कि इन छात्रों को परोसे जाने वाले मध्यान्ह भोजन में एक मरा हुआ चूहा था।
इनपुट्स के मुताबिक, जब तक शिक्षकों को खाने में मृत चूहा मिला, तब तक नौ बच्चे इसका सेवन कर चुके थे।
छात्रों को लगातार उल्टी का अनुभव हुआ और उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया।
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने पुलिस को जनता इंटर कॉलेज को मिड-डे मील उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
इसके अलावा, संबंधित अधिकारियों को भोजन के नमूने एकत्र करने और घटना के संबंध में पूछताछ करने के लिए स्कूल में ले जाया गया।
ऐसे कई चौकानें वाले मामले पहले भी हो चुके हैं और शायद ये तब तक सामने आते रहेंगे जब तक कि मध्याह्न भोजन प्रणाली की बारीकी से निगरानी नहीं की जाती।
सोनभद्र में ‘अत्यधिक मिलावटी दूध’ की घटना के अलावा, इस साल की शुरुआत में एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया था जो मिर्जापुर जिले से थी।
रिपोर्ट में दिखाया गया था कि कैसे मिर्जापुर जिले में एक संचालित स्कूल के छात्रों को मध्यान्ह भोजन के रूप में एक साल से अधिक समय तक रोटी के साथ नमक परोसा जा रहा था।
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