BY-THE FIRE TEAM
एक तरफ देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है वहीँ दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई जिसमें 17 जवान शहीद तथा 14 घायल हो गए. इन जवानों की सूची में डीआरजी(डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फ़ोर्स) और कोबरा बटालियन के जवान शामिल थे.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह घटना उस समय घटित हुई जब चिंतागुफा, बुरकापाल, तिमेलवाडा के इलाके में एलमागुण्डा के नजदीक नक्सलियों के छिपे होने की सूचना पर इस ऑपरेशन को प्रारम्भ किया गया था.
इस मुठभेड़ में नक्सलियों ने इन जवानों से दर्जन भर से अधिक हथियारों- एके 47, इन्सास रायफल आदि को भी लूट लिया.
डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड से जुड़े तथ्य:
छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त करने के उद्देश्य से बस्तर एवं अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से ऐसे स्थानीय नवयुवकों को इसमें शामिल किया गया है जिन्हें इन पहाड़ी और दुर्गम जगहों की पर्याप्त जानकारी रहती है.
सरकार नक्सलवाद को खत्म करने के लिए दोधारी नीति अपना रही है जिसके अंतर्गत वह युवाओं का विश्वास जितने के लिए उन्हें रोजगार के साधन मुहैया करा रही है, साथ ही नक्सलियों से समाज की मुख्यधारा में भी आने की अपील कर रही है.
डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का निर्माण सरकार की इसी नीति का हिस्सा है.
यह एक ऐसा पोस्टर है जिसमें नक्सलवाद को अपनाने के लिए यूवकों से अपील की गई है