BY-THE FIRE TEAM
विगत दिनों में सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार अप्रैल माह के शुरुआत के साथ ही आज से बैंकों से जुड़े अनेक नियमों जैसे- आईएफएससी कोड, खाता संख्या आदि बदल जाएंगे.
साथ ही बैंकों के लगातार बढ़ते हुए एनपीए, आर्थिक संकट, विश्व व्यापी मंदी को देखते हुए अनेक बैंकों को मर्ज करने का फैसला भी सरकार ने किया है. इस श्रेणी में दस बैंक हैं जिनका मर्ज किया जाना प्रस्तावित है.
इसका सीधा असर ग्राहकों यानि खाताधारकों पर पड़ना तय है, क्योंकि प्रत्येक बैंक के खाता नम्बरों की सँख्या समान नहीं है. ऐसे में इनको बदले हुए विलय बैंक का खाता लिंक करना एक बड़ी चुनौती साबित होगी.
आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय की सूचना के अनुसार केनरा बैंक, इलाहाबाद बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक आदि जैसे बड़े राष्ट्रीयकृत बैंकों का मर्ज किये जाने का लक्ष्य प्रस्तावित है.
Here's all you need to know about the mega merger of PSU banks that will come into force from 1 Aprilhttps://t.co/h4aFQQjqp9
— Mint (@livemint) March 31, 2020
इस नियम के अंतर्गत एक तरफ इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में किया जायेगा वहीं सिंडिकेट बैंक (SYNDICATE BANK) को केनरा बैंक (CANARA BANK) में तथा आंध्रा और कार्पोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक (UNION BANK) में किया जायेगा.
10 PSBs will be amalgamated into 4 from April 1https://t.co/XReBfmLmZ9
— ET NOW (@ETNOWlive) March 31, 2020