BY-THE FIRE TEAM
- रिजवाना एक साथ अनेक पत्रकारिता के प्लेटफॉर्म से जुड़ी रहीं और उनके लिए संवेदनशील विषयों पर लिखा जैसे- द प्रिंट हिंदी, द वायर
बनारस की रहने वाली स्वतंत्र पत्रकारिता के क्षेत्र में तेजी से उभरने वाली बेहद संजीदा किन्तु अपने बेबाक बयानी से लोगों का ध्यान खींचने वाली रिजवाना तबस्सुम अब हमारे बीच नहीं रहीं.
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक काफी देर तक सुबह में जब रिजवाना का दरवाजा नहीं खुला तो लोग घबरा गए. उन्होंने बहुत कोशिश किया कि उसे जगाया जाये किन्तु किसी अनहोनी की आशंका के बाद उन लोगों ने पुलिस को सूचित किया.
पुलिस ने जब दरवाजा तोडा तो देख कर आश्चर्य चकित रह गई क्योंकि रिजवाना की लाश फंदे पर झूलती नजर आई. घटना स्थल का विश्लेषण करने से पता चलता है कि रिजवाना ने देर रात तक किसी कहानी को फ्रेम किया था और वह बहुत ही मानसिक रूप से प्रताड़ित थीं.
यह अनुमान उस समय सच साबित हो गया जब कमरे में ही एक नोटिस बोर्ड लिखा मिला जिसमे रिजवाना ने खुद ही लिख रखा था कि ‘शमीम नोमानी जिम्मेदार हैं’,
इस सबूत के आधार पर पुलिस हरकत में आते हुए शमीम नोमानी के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए धारा 306 के तहत आत्महत्या करने के उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.
इस विषय में उसके एक दोस्त ने भी बताया कि शमीम और रिजवाना की पुरानी दोस्ती थी लेकिन अचानक यह क्या हुआ कोई नहीं जानता है.