BY-THE FIRE TEAM
पिछले कई महीनों से आख़िरकार अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए डब्लूएचओ (WHO) से अपना नाता तोड़ने की घोषणा कर दिया है.
महज 4 करोड़ डॉलर प्रतिवर्ष देने वाले चीन की तुलना में अमेरिका द्वारा 45 करोड़ डॉलर हर वर्ष अधिक राजस्व देने के बाद भी उसकी बातों को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनसुना करना यथोचित नहीं लगता है.
US President Donald Trump announced that his country is terminating its relationship with the World Health Organisation (WHO).
Read @ANI Story | https://t.co/Kzk4TAt9J6 pic.twitter.com/OVK90GqVqx
— ANI Digital (@ani_digital) May 29, 2020
ट्रम्प ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए जितने प्रयास इस अंतर्राष्ट्रीय संस्था को करने चाहिए थे, इसने नहीं किया.
इसके अतिरक्त चीन के शहर वुहान से विश्व में फैली कोरोना महामारी के कारण होने वाली मौतों के आंकड़े को भी चीन ने दुनिया के समक्ष छिपाने का कार्य किया है.
यही वजह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कड़ा रुख अपनाते हुए अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध चीनी कम्पनियों के खिलाफ भी कार्यवाही करने का निर्देश दिया है.
आपको यहाँ बता दें कि कोरोना के कहर से अभी तक दुनिया में 53 लाख से अधिक लोगोंके संक्रमित होने की सूचना प्राप्त हुई है. यदि मरने वाले संक्रमित मरीजों को देखा जाये तो विश्व में सबसे अधिक मौतें अमेरिका में ही हुई हैं.
जबकि भारत में यह संख्या डेढ़ लाख के ऊपर चली गई है तथा यह अभी लगातार बढ़ती जा रही है वहीं 3 हजार से अधिक मृतकों की सूचना प्राप्त है.