BY-THE FIRE TEAM
वर्तमान कोरोना महामारी को लेकर हुए देश में घोषित लॉकडाउन के कारण लोगों की माली हालत को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न सन्दर्भों में
लगातार जारी की गई गाइडलाइन्स के बाद भी कुछ ऐसी फाइनेंस कम्पनियाँ-जैसे आरबीएल, एसकेएस, उत्कर्ष आदि हैं जिन्होंने लघु उद्योग चलाने वाली महिलाओं को ऋण तो उपलब्ध कराया
किन्तु विगत साठ दिनों से लागु लॉकडाउन की वजह से देश कि अर्थववस्था बिल्कुल चरमरा जाने की वजह से समूह की ये महिलायें अब इन किस्तों को चुका पाने में विवश हैं.
किन्तु सोचनीय पहलू यह है कि इस विषम परिस्थिति में भी ऐसी महिलाओं से सूक्ष्म ऋण उपलब्ध कराने वाली ये कम्पनियाँ इन पर दबाव बनाकर किस्तें माँग रही हैं.
ताजा मामला गोरखपुर जनपद के शिवपुर शहबाजगंज के मलिन बस्ती का है जहाँ इस तरह की घटना का खुलासा हुआ है.
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इन पीड़िताओं की सूची में अल्पना, संगीता, पूनम पाण्डेय, काँती देवी आदि शामिल हैं जिन्होंने अपनी पीड़ा को शेयर किया है.
ध्यान देने वाला पहलू यह है कि इन महिलाओं ने समय मांग कर लोन चुकता करने का वायदा किया है. इस जज्बे को सहयोग देने की जरूरत है तभी देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकेगा.