BY-THE FIRE TEAM
- जाम की समस्या से निजात के लिए भालोटीया दवा मार्केट को शिफ्ट करने
- बिना पार्किंग के चल रहे शिवाय होटल को सील करने और टाउन हाल पर मानक के विपरीत स्थित पेट्रोल पंप को बंद की कराने की मांग की
गोरखपुर कचहरी क्लब मैदान में नगर निगम से सटे हिस्से पर स्थाई पार्किंग निर्माण के खिलाफ पूर्वांचल सेना ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया,
तथा मौके पर कोई अधिकारी मौजूद नहीं होने के नाते अपनी मांगों से जुड़ा एक ज्ञापन एस.डी.एम. कार्यालय में रिसीव कराया.
कचहरी क्लब में स्थाई पार्किंग निर्माण का विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि- “कचहरी क्लब का मैदान शहर के मध्य
बचा हुआ एकमात्र सार्वजनिक मैदान है और चंद लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन इस मैदान को खत्म करने की तरफ कदम बढ़ा चुका है.”
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा, आपात स्थिति के लिए ऐसे मैदान का शहर के बीच में बचे रहना अति आवश्यक है,
शहर के मध्य कचहरी क्लब का मैदान ही ऐसा जगह है जहां पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक समाजिक खेलकूद के कार्यक्रम सर्व सुलभ हो सकते हैं.
वास्तविकता यह है कि स्थाई तौर पर पार्किंग निर्माण का मकसद इस मैदान से धन उगाही करना और व्यवसायियों को लाभ पहुंचाना है.
धीरेंद्र प्रताप ने जिला प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रशासन के मन में खोट है, यदि शासन वाकई में शहर के इस हिस्से को जाम से मुक्त करना चाहती है
तो सर्वप्रथम भालोटीया मार्केट की दवा मंडी को राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े किसी जगह पर शिफ्ट कराए. बिना पार्किंग की व्यवस्था के और सड़क की जमीन पर अतिक्रमण करते हुए
चल रहे शिवाय होटल को सील करें और टाउन हॉल पर मानकों के विपरीत स्थित पेट्रोल पंप को हटाए तब जाकर के इस क्षेत्र को जाम से मुक्ति मिलेगी.
लेकिन प्रशासन ऐसा नहीं कर रहा है बल्कि शिवाय होटल और दवा मार्केट के कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के लिए शहर के मध्य एकमात्र बचे हुए मैदान को समाप्त करने पर लगे हुए हैं.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि हम ऐसा नहीं होने देंगे आज ज्ञापन देकर के हमें प्रशासन को अवगत करा दिया है, यदि मांगे नहीं मानी गई तो पूरे शहर में आंदोलन शुरू किया जाएगा.
कोरोना महामारी में फिजिकल डिस्टेंसिंग की अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सुरेंद्र वाल्मीकि और भीम आर्मी जिलाध्यक्ष रविन्द्र सिंह गौतम आदि भी उनके साथ मौजूद रहे.
भवदीय
सुरेंद्र वाल्मीकि
जिलाध्यक्ष, पूर्वांचल सेना