25 मार्च को देश में घोषित किये गए लॉकडाउन के बाद बंद हुई औद्योगिक फैक्टरियाँ, कर्मचारियों का निकाला जाना तथा बड़े स्तर पर श्रमिकों और कामगारों का शहरों से गाँवों की ओर पलायन से जिस वृहद अनुपात में बेरोजगारी बढ़ी है
उससे निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत करने का फैसला लिया है, ताकि इन कामगारों को रोजगार के अवसर मुहैया कराया जा सके.
इस अभियान को बिहार के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 20 जून को राज्य के खगड़िया जिले, ब्लॉक बेलदौर के तेलीहर ग्राम से प्रारम्भ किया जायेगा.
PM @narendramodi to launch Garib Kalyan Rojgar Abhiyan to empower & provide livelihood opportunities to migrant workers and rural citizens. #TransformingIndia https://t.co/D5UL7YGQLx pic.twitter.com/KcW2MfUc69
— MyGovIndia (@mygovindia) June 18, 2020
इस अभियान के तहत पचास हजार करोड़ खर्च करके सरकार द्वारा ऐसे कामगारों को रोजगार के अवसर दिया जायेगा जिन्हें लॉकडाउन के कारण भुखमरी का शिकार होना पड़ा है. ऐसी भी सूचना है कि इन लोगों से सार्वजनिक कार्यों को कराया जायेगा जिससे आधारिक संरचना का विकास हो सके.
आपको यहाँ बता दें कि यह मुहीम देश के छह राज्यों-बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के 116 जिलों में चलाई जाएगी जिससे दो तिहाई कामगारों तथा श्रमिकों को लाभ पहुँचाने में मदद मिलेगी.
यदि रोजगार के क्षेत्रों की चर्चा की जाये तो स्वच्छता एवं पेयजल, पर्यावरण रेलवे, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, सड़क निर्माण, दूरसंचार तथा कृषि आदि को ध्यान में रखकर संचालित लिया जायेगा.