‘दक्षिण चीन सागर’ में चीन के बढ़ते दखल के विरुद्ध आसियान देशों ने दिखाई एकजुटता

अंतर-राष्ट्रीय स्तर पर चीन को घेरने के लिए आसियान देशों के समूह ने दक्षिण चीन सागर में चीन के विरुद्ध विरोध का रोडमैप तैयार कर लिया है. इसके अंतर्गत आसियान देशों ने ऑनलाइन मीटिंग किया है और कड़ा रुख अपनाते हुए चीन को चेतावनी भी दिया है.

प्राप्त सूचना के अंतर्गत वियतनाम और फिलीपींस ने एकजुटता दिखाते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के संकट में सभी देशों को अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हुए संयम बरतने की जरूरत है.

इसके परिपेक्ष्य में फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो ने कहा है कि जब हमारा देश कोविड 19 के संक्रमण से जूझ रहा है तो कुछ ऐसे भी देश हैं जो दक्षिण चीन सागर में खतरा पैदा करने वाली कार्यवाही कर रहे हैं हम चाहते हैं कि ये देश संयम रखें.

क्या महत्व है दक्षिण चीन सागर का?

प्रशांत महासागर से सटे 35 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले इस समुद्री भाग में अनेक द्वीप हैं जो समसामिक महत्व रखते हैं. यही वजह है कि चीन अपना प्रभाव जमाने के लिए जब-तब उटपटांग

हरकतें करके अपना धौंस जमाता रहता है और यहाँ के द्वीपों पर कब्जा कोशिश करता है ताकि वह आर्थिक गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करके स्वयं को मजबूत कर सके.

चीन के इसी रवैये को लेकर यहाँ के देशों में रोष है.

 

 

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!