- कोरोनावायरस के कारण देश में चल रहा है लगातार लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था पूरी तरीके से लड़खड़ा गई है
- इसके कारण देश का सकल घरेलू उत्पाद इस कदर रसातल में चला गया है
- आजादी के बाद यह सबसे बड़ी गिरावट के रूप में देखने को मिला है.
इस विषय में इंफोसिस कंपनी के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने ऐसी आशंका जताई है कि आजादी के बाद सबसे बड़ी गिरावट जीडीपी में दिखाई देगी.
उन्होंने राहुल गांधी के बयान को साझा करते हुए कहा कि मोदी है तो मुमकिन है, यानी सतत नीतियों के गलत अनुपालन कराने के कारण देश की माली हालत खस्ता हुई है.
मोदी है तो मुमकिन है। pic.twitter.com/V1fS7nStIt
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 12, 2020
आपको यहां बताते चलें कि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए तंज कसा है और बताया है कि केंद्र द्वारा लिए गए गलत फैसलों के कारण ही आज युवाओं का भविष्य संकट में है.
अर्थव्यवस्था बर्बाद हो चुकी है, देश का बड़ा वर्ग जो छोटे-मोटे रोजगार के बल पर अपनी जीविका चला रहा था वह पूरी तरीके से टूट चुका है.
हाल ही में राहुल ने यूथ कांग्रेस की वर्षगांठ पर युवाओं को रोजगार देने के लिए रोजगार कैंपेन भी चलाया था, मोदी के भाषणों को याद दिलाते हुए राहुल ने बताया कि-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ नई नौकरियां देने का वादा युवाओं के साथ किया था लेकिन रोजगार देना तो दूर सरकार की गलत नीतियों के कारण अभी तक 14 करोड़ से अधिक लोग अपने रोजगार से हाथ धो बैठे हैं.
बाजार पूरी तरीके से ठप हो चुका है, देश में आयात-निर्यात प्रतिबंधित है और लोग घरों में कैद होकर कहीं भूखे मर रहे हैं तो कहीं पर मातम मनाने में व्यस्त हैं.
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि- ना तो इनसे करोना काबू में आ रहा है और ना ही भ्रष्टाचार.