मिली जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव के कार्यकाल में हुए विकास के अनेक कार्यों को वर्तमान उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपना बता कर केवल फीता काटने का कार्य कर रही है.
दरअसल भाजपा सरकार ने कोई ऐसा नवीन कार्य और नीति नहीं बनाया है जो जनता के हित में भलाई साबित होती हो. आज सीएम आदित्यनाथ जिस बीआरडी मेडिकल कॉलेज
में जाकर निर्माणाधीन 500 बेड सुपर स्पेशलिस्ट बाल चिकित्सा संस्थान का निरीक्षण किया है उसका अधिकतम काम सपा सरकार में ही हो गया था.
भाजपा राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, जनता दहशत में जीने को मजबूर है जबकि एक छात्रा ने तो छेड़खानी से तंग आकर खुद को आग लगा लिया.
प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग बहुत धीमे गति से हो रही है, संक्रमण का रिकॉर्ड तोड़ फैलाव होता जा रहा है तथा अस्पतालों में व्यवस्था के अभाव में लोग दम तोड़ दे रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने ट्वीट कर गोरखपुर वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग की दुर्दशा का मुद्दा उठाकर जनसामान्य की पीड़ा को स्वर देने काम किया है.
#सबका साथ सब का विकास pic.twitter.com/Yq4gRb0pvC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 12, 2020
गोरखपुर-वाराणसी राजमार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं, बारिश के दिनों में इनकी वजह से काफी दिक्कत हो रही है गोरखपुर से बड़हलगंज तक का ही सफर पूरा करने में करीब तीन-साढ़े तीन घंटे का वक्त लग जाता है.
इस सड़क को फोरलेन करने का काम शुरू हुए चार साल से अधिक हो गया, 2019 तक पुरा होना था लेकिन अभी 30-40 percent ही काम हो पाया है.
सपा कार्यकाल में तमाम जिलों को जोड़ने वाली 4 लेन सड़कों का जाल बिछाया गया था. कस्बों, तहसीलों, ग्रामीण अंचलों में डामर और सीसी सड़कों का निर्माण किया गया था, पूरे प्रदेश में सड़कें बेहतरीन थीं
लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद से रख-रखाव और बारिश की वजह से गड्ढे न भरने की वजह से वो बेहतरीन सड़कें दुर्दशा का शिकार हो गईं और गड्ढे भरने के नाम पर भाजपा सरकार में जमकर बजट की बंदरबांट की गई.
सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, कानून व्यवस्था ये सब सरकार के काम होते हैं, किन्तु भाजपा सरकार के आने के बाद से इनमें से कोई कार्य ठीक से नहीं हुआ है.
यह भाजपा की सरकार अक्षम सरकार है और इस सरकार को 2022 में सत्ता से हटाने का जनता मन बना चुकी है.