मिली सूचना के मुताबिक अफ्रीकी देश माली में विद्रोही सैनिकों की तरफ से लगातार तख्तापलट की कोशिश की जा रही है. यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब यहां के राष्ट्रपति इब्राहिम बहू बकार कीता को कई महीनों से विरोध प्रदर्शन झेलना पड़ रहा है.
ऐसा बताया जा रहा है कि सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन को चारों तरफ से घेर कर गोलीबारी किया और फिर राष्ट्रपति को अपने कब्जे में ले लिया.
अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष मोऊसा फाकी महामत ने माली के नेताओं का सैनिकों द्वारा इस तरीके से जबरन बंदी बनाने की घटना की कड़ी निंदा किया है.
Fui a buscar las tendencias de Twitter y el golpe de Estado en #Mali no era una de ellas. En el día de hoy, año 2020, los militares toman el poder y secuestran al presidente. https://t.co/2Rz6yR4srl
— Oliva verde💚 (@olivaverdeh) August 19, 2020
इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका क्षेत्रीय ब्लॉक इको वास और फ्रांस ने भी कड़े अंदाज में इस को शर्मनाक बताया है. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा है कि-
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने माली में संवैधानिक आदेशों एवं कानून के शासन को तत्काल बहाल करने की मांग किया है.
आपको यहां बताते चलें कि वर्ष 2012 में भी यहां तख्तापलट किया गया था और उसके बाद इस्लामी चरमपंथियों का वर्चस्व स्थापित हो गया.
विद्रोह की वास्तविक वजह क्या है यह अभी पूरी तरीके से पता नहीं चल पाया है किंतु इतना जरूर है कि सैनिकों और देश के जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों के साथ तालमेल नहीं बन पा रहा था संवाद की भारी कमी ने इस स्थिति को जन्म दिया है.