आम आदमी पार्टी के जाने-माने नेता संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस सरकार में पुलिस थाने दलितों पर अत्याचार करने के ठिकाने में तब्दील हो गए हैं.
विगत कुछ समय से आप देख रहे हैं कि प्रदेश में जिस तरीके से दलित वर्ग दबंग और सवर्ण वर्ग के लोगों के द्वारा शोषित हो रहा है, उसको लेकर आम आदमी आम आदमी पार्टी की एससी, एसटी विंग ने
“हर ज़ोर जुर्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है” उत्तर प्रदेश के थाने दलितों पर अत्याचार का अड्डा बन चुका है @AAPUttarPradesh SC/ST विंग के नेताओं का क्रांतिकारी अभिवादन। pic.twitter.com/fDWaa52SKo
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 1, 2020
इसके खिलाफ आवाज उठाते हुए प्रदर्शन किया. इस विरोध में हिस्सा लेने वाले नेताओं को पुलिस ने बर्बरता के साथ पिटाई किया है. यदि वास्तविक अर्थ में देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज अब बची नहीं है, यहां पूरी तरीके से जंगलराज स्थापित हो चुका है.
“योगी जब-जब डरता है पुलिस को आगे करता है” लालगंज थाने में पुलिस द्वारा दलित युवक की हत्त्या, आगरा,हरदोई में ट्रिपल मर्डर के ख़िलाफ़ @AAPUttarPradesh SC/ST विंग के महासचिव इंद्रेश सोनकर, विनोद बुद्ध, ललित बाल्मीकी, विनय, तुषार, ओंकार की अगुवाई में हुआ ज़ोरदार प्रदर्शन। pic.twitter.com/0iD3omVuDo
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 1, 2020
आपको यहां बताते चलें कि रायबरेली के लालगंज में एक दलित युवक को पुलिस हिरासत में पीट-पीट कर मार डाला गया है जबकि आगरा में 3 लोगों की हत्या हो गई. हरदोई में भी तीन लोगों की ईट से कुच-कुच कर हत्या कर दी गई है.
सांसद संजय सिंह ने आदित्यनाथ की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि- “यह इतनी बेशर्म सरकार है कि जाति और धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव कर रही है.”
आज डॉक्टर कफील खान के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का जो निर्णय आया है वह योगी सरकार के चेहरे को बेनकाब करने के लिए पर्याप्त है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि- “डॉ कफील खान की स्पीच राष्ट्रीय एकता को मजबूत करती है और ऐसे आदमी पर आपने रासुका लगाकर 7 महीने जेल में रखा जो की बहुत ही गलत और निंदनीय है.”
आप नेता संजय सिंह ने योगी को सलाह देते हुए कहा कि आपको अपने कार्य प्रणाली में बदलाव लाने की जरूरत है. सत्ता का अहंकार सर पर मत चढ़ने दीजिए तथा लाठी के बल पर हमारी आवाज दबाने की कोशिश बिल्कुल न कीजिए.
योगी सरकार में थाने दलितों पर अत्याचार केंद्र बन चुके है।पुलिस कस्टडी में पिटाई से हुई दलित युवक की हत्या ‘अंग्रेज शासन’ की यादें ताजा कर रही है। ये कौन सी विचारधारा है जो नागरिकों को ‘गुलाम’ समझती है?और जो आवाज़ उठाए उसे मारते है।सांसद @SanjayAzadSln #AntiDalitBJP pic.twitter.com/ClrRddIDaF
— Ajit tyagi (@_AjitTyagi) September 1, 2020