तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ‘डिजिटल टीचर्स’ तैयार करेगा टीसीएस

कोरोनावायरस के संक्रमण से देश के अलग-अलग सेक्टर पर प्रभाव पड़ा है किंतु सबसे अधिक मार झेलने वाला तबका शिक्षण संस्थान है. अभी भी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी नहीं खुल सकी हैं.

छात्रों को शिक्षा से जोड़ने के लिए अनेक स्कूल और कॉलेज में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई हैं किंतु यह परिणामदायक प्रयास नहीं सिद्ध हो सका है.

शहरी क्षेत्रों के विद्यार्थी की अगर बात करें तो कुछ हद तक इस प्रक्रिया को अपनाने से लाभ पहुंचा है किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों के टीचर्स और स्टूडेंट्स तकनीकी दक्षता के अभाव तथा संसाधनों की कमी के कारण

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उन्हें अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है. इस प्रकार की चुनौतियों को देखते हुए टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज की रणनीतिक यूनिट ने शिक्षके दिवस के अवसर पर ‘कैरियर ऐज डिजिटल टीचर’ नाम से कार्यक्रम की शुरुआत किया है.

इसके अंतर्गत यह कंपनी 15 दिनों का डिजिटल कोर्स चला रही है जिसमें प्रत्येक दिन 1-2 घंटे देकर नि:शुल्क तौर पर  अध्यापक प्रशिक्षण ले सकते हैं.

इससे इन अध्यापकों को डिजिटल कौशल बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा वह आसानी से बिना रोजमर्रा के कामकाज में बाधा डाले सीख सकते हैं.

इस कोर्स को पूरा करने के बाद डिजिटल टीचर का सर्टिफिकेट भी इन अध्यापकों को दिया जाएगा. सबसे दिलचस्प पहलू इस कोर्स का यह है कि इसे कहीं से भी ऑनलाइन किया जा सकता है.

आपको बस अपने लिए एक स्मार्टफोन, लैपटॉप, डेक्सटॉप या टेबलेट जैसी किसी भी एक डिवाइस को अरेंज करना होगा. यहां बताते चलें कि अभी हाल ही में घोषित की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का भी यह एक अंग है

जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि अध्यापकों को पारंपरिक कक्षाओं से आगे वीडियो सेशन के माध्यम से जुड़ने का समय आ गया है.

आवश्यकता इस बात की है कि वर्तमान अध्यापक नवीन तकनीकों को सीखें तथा विद्यार्थियों को भी उससे अपडेट करें तभी ‘डिजिटल भारत’ के सपने को पूरा करने में मदद मिलेगी.

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