योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में आम आदमी को तो छोड़िए यहां विधायिका में बैठने वाले विधायक भी असुरक्षित हैं.
मिली सूचना के मुताबिक निर्वेंद्र मिश्रा जो निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में निघासन विधान- सभा से तीन-तीन बार निर्दलीय विधायक चुने गए थे,
का जमीनी विवाद में दबंगों ने पीट-पीट कर मार डाला है. यहां तक कि उनके बेटे संजीव की भी हालत नाजुक बनी हुई है इस संबंध में लखीमपुर के एसपी सत्येंद्र कुमार ने बताया है कि निर्वेंद्र उर्फ मुन्ना,
पुत्र राजबहादुर, निवासी ग्राम टिकुलिया थाना संपूर्ण नगर तथा विपक्ष के रूप में समीर गुप्ता पुत्र किशन लाल गुप्ता और राधेश्याम गुप्ता जो पलिया खीरी के रहने वाले हैं, के बीच जमीन को लेकर के विवाद हुआ था.
अभी अभी खबर मिली कि लखीमपुर में पूर्व विधायक श्री निर्वेंद्र मिश्रा जी की हत्या कर दी गई।
यूपी का जंगलराज भयावह हो रहा है। pic.twitter.com/qZF01QaVtS
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) September 6, 2020
आपको यहां बताते चले कि यह विवादित जमीन समीर गुप्ता के नाम से थी जिसके कब्जे को लेकर निरंजन मिश्रा लगातार विरोध कर रहे थे.
हालांकि पूर्व विधायक की मौत पिटाई करने से हुई है अथवा दिल का दौरा पड़ने से इस तथ्य की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा.
पुलिस की उपस्थिति में आज दिनदहाड़े लखीमपुर में तीन बार के विधायक रहे श्री निर्वेन्द्र मुन्ना जी की निर्मम हत्या व उनके पुत्र पर हुए क़ातिलाना हमले से प्रदेश हिल गया है. श्रद्धांजलि!
भाजपा राज में प्रदेश की जनता क़ानून-व्यवस्था के विषय पर चिंतित ही नहीं, भयभीत भी है.
निंदनीय!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 6, 2020
पुलिस अपने स्तर पर पूरी घटना की जांच पड़ताल कर रही है फिर भी ऐसा पता चला है कि विपक्ष के लोग हथियारों से लैस थे तथा पुलिस की संलिप्तता से आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया है.