वर्तमान समय में आधार कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कागजात बन चुका है. इसकी मुख्य वजह यह है कि आधार कार्ड बनने के बाद ही किसी भी बैंक में खाता खोलने की परमिशन होती है.
यही वजह है कि जलसाजों ने बड़े स्तर पर आधार कार्ड को लेकर लोगों को ठगकर है चपत लगाया है. इस विषय में आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था यूआईडीएआई(UIDAI) ने लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रश्नावली के रूप में सजग किया है.
जैसे 1. क्या आधार कार्ड किसी जालसाज के हाथ लग जाए तो वह व्यक्ति के नाम से खाता खुलवा देगा तो उस व्यक्ति का क्या नुकसान होगा?
जवाब- कुछ नहीं, क्योंकि आधार कार्ड से बैंक का खाता तो खुलता है किंतु उसके बाद भी बैंक कई तरीके की वेरिफि केशन पूरा करता है.
2. सवाल- जिन लोगों के साथ फ्रॉड हुआ है उनसे आधार कार्ड से जुड़ी कौन सी गलती हुई थी? जवाब- अभी तक जितने भी जालसाजी के केस आए हैं उसमें यह पाया गया है कि फ्रॉड करने वाले फोन
के माध्यम से बड़ी रकम का लालच या कार्ड ब्लॉक होने की बात करके निजी जानकारियां मांगते हैं जिसमें पैन कार्ड, यूजर आईडी, ओटीपी पासवर्ड अथवा पिन नंबर शामिल है.
#AadhaarInNews
Know more about the password to open your eAadhaar or downloaded Aadhaar pdf file.https://t.co/m98GHXA5ky
via @Jansatta— Aadhaar (@UIDAI) September 10, 2020
दिक्कत तब होती है जब खाताधारक बहुत अधिक जानकार नहीं होता है और वह विश्वास करके फोनकर्ता को बता देता है. हालांकि इससे बचने के लिए यह उपाय है कि बैंक विज्ञापनों के
माध्यम से लोगों को सचेत करने का कार्य करता है. खाताधारकों को चाहिए कि इस तरह की कोई भी जानकारी वे सीधे तौर पर अपने बैंक के ब्रांच में जाकर के दें.
3. यदि आधार नंबर का गलत इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है तो यूआईडीएआई ने लोगों को सोशल मीडिया पर आधार नंबर डालने से क्यों मना किया है?
जवाब- बेवजह अपनी व्यक्तिगत जानकारियां सोशल मीडिया पर देना सही नहीं है क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो स्वत: ही जलसाजों की निगाह में आ सकते हैं.
ऐसे में यह जरूरी नहीं है कि आप को आर्थिक नुकसान उठाना ही पड़े किंतु इतना हो सकता है कि आपके लिए मुश्किलें खड़ी हो जाए.
Related Stories: http://agazbharat.com/nation-news-missing-aadhar-card-is-not-a-problem-m-adhar-will-be-helpful/