मिली सूचना के मुताबिक देश में जसवंत सिंह की पहचान एक कद्दावर नेता के रूप में रही है. इन्होंने अपने संपूर्ण राजनीतिक कैरियर में एक साथ कई जिम्मेदारियों जैसे रक्षा, विदेश और वित्त मंत्रालय को बखूबी निभाया था.
इनके निधन पर शोक जताते हुए लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि-“जसवंत सिंह एक शानदार संसद सदस्य, दक्ष राजनयिक, एक महान प्रबंधक और इन सबसे ऊपर बड़े देशभक्त रहे हैं. इनका कद भारतीय जनता पार्टी में बहुत ही प्रभावशाली रहा तथा अपने कार्यों से इन्होंने पार्टी में अहम योगदान दिया.”
Just in | Former Union minister Jaswant Singh passed away pic.twitter.com/G8W9ZyxCsg
— The Hindu (@the_hindu) September 27, 2020
जसवंत सिंह से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
मूलत: राजस्थान के रहने वाले जसवंत सिंह ने अपना कैरियर भारतीय सेना में शामिल होकर प्रारंभ किया. 1962 में भारत-चीन युद्ध में इन्होंने गढ़वाल राइफल के चौथी बटालियन की तरफ से भाग लिया था.
इनकी वीरता को देखकर भारत सरकार के द्वारा इन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया था. जसवंत सिंह को किताबों से बड़ा लगाव था और यह सदैव कुछ ना कुछ लिखते और पढ़ते रहते थे.
इनकी प्रसिद्ध पुस्तकें हैं- 1. HONOURPOINT
2. JOURNEY OF RIFLEMAN
3. THE UNSUNG HERO OF 1962 WAR