अभी उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद में मनीषा बाल्मीकि के साथ घटी दर्दनाक घटना की आग शांत भी नहीं हुई थी कि एक अन्य जनपद बलरामपुर के गैसड़ी क्षेत्र में एक और 22 वर्षीय दलित लड़की,
जो निजी कंपनी में काम करती थी, के साथ दो युवकों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. इस संबंध में बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया है कि-
“मंगलवार की शाम जब यह लड़की घर नहीं पहुंची तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश करना शुरू किया. काफी समय के बाद एक ऑटो रिक्शा से जब वह लड़की घर पहुंची तो उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी, जिसको देखते हुए उसके माता-पिता अस्पताल ले गए किंतु रास्ते में ही उस लड़की ने दम तोड़ दिया.”
इस घटना पर टिप्पणी करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि-
हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है. श्रद्धांजलि!
भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे.#Balrampur#NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 30, 2020
हालांकि माता-पिता की शिकायत दर्ज कराने पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शाहिद और साहिल नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इनसे कड़ी पूछताछ कर रही है ताकि वास्तविकता का खुलासा किया जा सके.
इस घटना के प्रति क्षोभ व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के जनरलिस्ट एसोसिएशन ने ट्वीट किया है कि-
#Balrampur दलित छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या, छात्रा का गैंगरेप कर मर्डर हुआ, हत्या के पहले दोनों पैर तोड़ दिए गए, दरिंदो ने हैवानियत की हद पार की, गैंगरेप के बाद मुँह में इंजेक्शन ठूस दिया, किडनैपिंग गैंगरेप और फिर हत्या. @balrampurpolice @Uppolice
— मानवाधिकार मीडिया उत्तरप्रदेश (@mnvadhikarmedia) October 1, 2020