मिली सूचना के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के भाजपा नेता और नगर पालिका परिषद नवाबगंज के चेयरमैन रंजीत बहादुर ने हाथरस कांड कि पीड़िता के संबंध में विवादित बयान दिया है.
इस विषय में भाजपा नेता ने कहा है कि-“ जब पीड़िता अपनी मां और भाई के साथ घास काटने के लिए गई थी तो वह अकेले दूसरे खेत में जाकर घास क्यों काटने लगी.?”
आपको बताते चलें कि इसी प्रकार का बयान भाजपा के एक अन्य विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी कुछ दिनों पूर्व दिया था.
One more sir
BJP neta Ranjit Bahadur from Barabanki pic.twitter.com/zvLXWn6ALb— Surendra Singh Kalakoti (@srk7353) October 6, 2020
वहां पर ऐसी कौन सी घास थी, यह एक बहुत बड़ा सवाल है. ऐसी लड़कियों को जब अकेले में घास काटनी होती है तो इन्हें गन्ने का खेत, मक्के का खेत अथवा फिर बाजरे के खेत ही क्यों मिलता है?
भाजपा नेता ने यह भी बताया कि बलात्कार आरोपी के साथ पीड़िता का पिछले 3 वर्षों से अफेयर चल रहा था. संभव है कि किसी बात को लेकर मारपीट की घटना हुई हो. ऐसे में उन लड़कों पर रेप का आरोप नहीं लगना चाहिए.
अगर आपके घर बहन-बेटी है या आप किसी की बहन-बेटी हैं तो किसी भी पार्टी-नेता की समर्थक होकर भी बताएँ कि आपके बल पर नेता बने लोग क्या एक दिवंगत बच्ची को “इस तरह की लड़कियाँ” कह सकते हैं? निर्भया पर नेताजी की राय है कि अगर उसकी माँग में सिंदूर होता तो उसका रेप न होता😡👎हे ईश्वर क्षमा pic.twitter.com/xD7MyyyHzn
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) October 6, 2020
रंजीत बहादुर यहीं नहीं रुके बल्कि वह तो दिल्ली में घटी घटना निर्भया कांड को भी घेरे में लेते हुए कहा कि-” आधी रात में वह लड़की अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूम रही थी.”
उस लड़की के साथ इसलिए इतनी नृशंस घटना घटी क्योंकि उसकी मांग में सिंदूर नहीं था, चरित्र और नैतिकता का यह कौन सा मापदंड है.?