- राजनीति में रहकर जिसने सत्ता को ठुकराया, देश और समाज ने उसे ही अपनाया. उनके क्रांतिकारी विचार समाज- वादियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने जय प्रकाश जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-
“सम्पूर्ण क्रांति के प्रतीक जयप्रकाश नारायण ने पदलोलुपता को अपने मन में आने नहीं दिया और निरंकुशता के खिलाफ लगातार संघर्ष किया.”
वह सियासत को नि:स्वार्थ भाव से जनसेवा का सशक्त माध्यम बनाने पर जोर देते रहे. जिलाध्यक्ष ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण के महान आदर्शों और शुद्ध विचारों ने हमेशा हमारा मार्गदर्शन किया है.
Jai Prakash Narayan Death Anniversary: जिसने अंग्रेजी स्कूल छोड़कर बिहार विद्यापीठ से अपनी उच्चशिक्षा हासिल की https://t.co/M1bUROyk2j via @NewsdHindi
— Newsd Hindi (@NewsdHindi) October 7, 2020
सत्ता को चुनौती देते हुए उनके जीवन ने संपूर्ण मानव समाज को प्रेरित किया है. उन्होंने कहा था कि- ” सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम बागी हैं. वह कहते थे कि सम्पूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है.”
दरअसल वे सेवा के माध्यम से समाज में बुनियादी बदलाव लाना चाहते थे. 1974 में सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन उनके प्रयोगों की अंतिम कड़ी थी जब अपने ही देश में हो रही तानाशाही के विरुद्ध 75 वर्षीय बुजुर्ग को मैदान संभालना पड़ा.
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सीएम किसानों-नौजवानों का हित नहीं कर पाए हैं और न हीं बहू-बेटियों की इज्जत बचा पा रहे हैं. हर तरह से असफल भाजपा सरकार साजिश रचने में माहिर है व अफवाहबाजी से सरकार चला रही है.
भाजपा का विजन समाज को बांटना और नफरत पैदाकर सामाजिक सद्भाव को नष्ट करना है. जनता भाजपा की सच्चाई जान चुकीं है, आने वाले 2022 में जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठीं है.
इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी, अखिलेश यादव, मिर्जा कदीर बेग, हाजी शकील अन्सारी, राघवेंद्र तिवारी, धर्मेंद्र यादव, शंभू नाथ साहनी, त्रिलोकी यादव, रामनरायन विद्रोही आदि मौजूद रहे.