वर्ष 2016 में केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा मुस्लिम महिलाओं के हित में लाये गये तीन तलाक का कानून लाने से मुस्लिम समुदाय का ध्रुवीकरण हो गया था.
इसी क्रम में महिलाओं की ओर से उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली शायरा बानो ने मुस्लिम महिलाओं को एकजुट करके केंद्र के इस कानून के साथ खड़ी हुई थीं जिसको लेकर लोगों ने आपत्ति जताया था.
तीन तलाक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली सायरा बानो बीजेपी में शामिलhttps://t.co/YmTdjdgiRN#ShayaraBano #Dehradun #Uttarakhand #TripleTalaq
— Uttaranchal Today (@uttaratoday) October 11, 2020
सबसे पहले इन्होंने ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके यह मांग किया था कि इसको लागू किया जाए. तभी से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि सारा जरूर बीजेपी की सदस्यता ले लेंगी.
आज वही शायरा बानो ने सभी तरह की अटकलों का समापन करके भाजपा का दामन थाम लिया है. मिली सूचना के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर भगत ने देहरादून पहुंचकर शायरा बानो को पार्टी की सदस्यता दिलाई है.
बीजेपी के इस स्टैंड से कई राजनीतिक दलों ने यह अनुमान लगाया है कि शायरा को पार्टी में शामिल करके भाजपा मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय में अपनी पकड़ बनाने का प्रयास कर रही है.