वैश्विक स्तर पर जारी की जाने वाली वैश्विक भूख सूचकांक रिपोर्ट, 2020 में दुनिया के 107 देशों में भारत का 94 वा स्थान है जिसको देखते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी
ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि-“भारत का गरीब भूखा है क्योंकि सरकार सिर्फ अपने कुछ खास मित्रों की जेब भरने में लगी हुई है.”
दरअसल भारत की यह स्थिति इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की तुलना में भी गई गुजरी है. केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि-
भारत का ग़रीब भूखा है क्योंकि सरकार सिर्फ़ अपने कुछ ख़ास ‘मित्रों’ की जेबें भरने में लगी है। pic.twitter.com/MMJHDo1ND6
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 17, 2020
“कोरोना संक्रमण बचाव के दौर में जिस ठोस रणनीति के तहत पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों ने प्रबंधन किया है उस क्रम में भी भारत इनसे पीछे है.”
यह आंकड़े कहीं ना कहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कहे गए वक्तव्य कि वह भारत की बेहतरी के लिए अट्ठारह-अट्ठारह घंटे तक काम करते हैं, सच में संदेह के घेरे में आ गया है
यह क्योंकि इतनी तत्परता और जवाबदेही के साथ काम करने का यह परिणाम है कि सरकारी संस्थाएं घाटे में चल रही हैं, देश की जीडीपी -24 पर पहुंच गई है तथा बेरोजगारी और भ्रष्टाचार कई गुना बढ़ चुका है.
आज एक जागरूक नागरिक के तौर पर देश के नीति नियंताओं से यह प्रश्न किया जाना बड़ा ही प्रासंगिक लगता है.
India Ranked 94th (94 out of 107 countries) in Global Hunger Index!
Does Modi Care? Or Does He Wants Poor Indians to Become Aatm-nirbhar for Food?
Is he for The Rich or for The Poor?#GlobalHungerIndex2020 pic.twitter.com/otfQRu0vYo
— AISA (@AISA_tweets) October 17, 2020