उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुए धूमधाम के साथ मनाई गई क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खान की जयंती

  • मेरा कोई सपना नही है और अगर है तो सिर्फ एक है, और वो है कि तुम मेरे बच्चों उसी के लिए संघर्षरत रहो जिसके लिए मैं खत्म हो रहा हुँ 

गोरखपुर, 22/10/2020 उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में जन्मे अशफाक उल्ला खान अपने छह भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. भारत को आजादी दिलाने के लिए इन्होंने क्रांति की जो लौ जलाई वह हमारे देश के युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा देता रहेगा.

आज उनकी जयंती के अवसर पर महानगर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ हुमायूंपुर उत्तरी पर पूर्व महानगर सचिव आफताब अहमद एवं इम्तियाज अहमद के नेतृत्व में

उनके चित्र पर माला अर्पण कर बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. सपा नेता शक्ति पासवान एवं देवांश श्रीवास्तव ने कहा-महानायक अशफाक उल्ला थे जंग ए आजादी में देश की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम लिए थे.

अंग्रेजों ने उन्हें अपने पाले में मिलाने के लिए तरह-तरह की चालें चलीं लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. सपा नेता शोएब अंसारी एवं सुनील यादव ने कहा कि-

स्वतंत्रता संग्राम पर कई पुस्तकें लिख चुके इतिहासकार सर्वदानंदन के अनुसार काकोरी कांड के बाद जब अशफाक को गिरफ्तार कर लिया गया तो अंग्रेजों ने उन्हें सरकारी गवाह बनाने की कोशिश किया.

यहाँ तक कि अंग्रेजों ने उन्हें यह भी समझाने का प्रयास किया कि यदि हिन्दुस्तान आजाद हो भी गया तो उस पर हिन्दुओं का राज होगा तथा मुसलमानों को कुछ नहीं मिलेगा.

इसके जवाब में अशफाक ने ब्रितानिया हुकूमत के कारिन्दों से कहा कि फूट डालकर शासन करने की अंग्रेजों की चाल का उन पर कोई असर नहीं होगा और हिन्दुस्तान आजाद होकर रहेगा.

सपा नेता संजय चौरसिया एवं राम वृक्ष मौर्य ने कहा कि अशफाक ने अंग्रेजों से कहा था तुम लोग मुसलमानों में फूट डालकर आजादी की लड़ाई को नहीं दबा सकते. हिन्दुस्तान में क्रांति की ज्वाला भड़क चुकी है जो अंग्रेजी साम्राज्य को जलाकर राख कर देगी.

इस मौके पर आफताब अहमद, इम्तियाज अहमद, शक्ति पासवान, डॉ अश कश्यप, इमरान खान, देवांश श्रीवास्तव, शोएब अंसारी, एजाज अहमद, अहमद जमा, शुभम यादव, मुरलीघर यादव, विनोद यादव, आदि लोग उपस्थित रहे.

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!