मिली जानकारी के मुताबिक म्यानमार देश में कोरोनावायरस के कारण किए गए लॉकडाउन की वजह से खाद्यान्न संकट उत्पन्न हो चुका है.
हालत यह है कि लोग अपना पेट भरने के लिए सांप, चूहे और कीड़े तक खाने के लिए विवश हैं. लगातार लंबे समय तक हर तरह की आर्थिक गतिविधियों के बंद होने के कारण रोजगार के अवसर समाप्त हुए और इसने लोगों की क्रय शक्ति को बेहद कम कर दिया.
"Eating Rats And Snakes": Myanmar Slums Look For Food In Open Drains https://t.co/erNj5AbIIm
— G.Venkata Seshaiah (@seshaiah_g) October 24, 2020
एक 36 वर्षीय महिला मासूनी ने इस विषय में बताया कि- जब पहली बार देश में लॉकडाउन लगाया गया तो उन्हें अपना सलाद का स्टाल बंद करना पड़ा और खाना जुटाने के लिए गहने तक बेचनी पड़ गया.
इसके बाद जब बेचने के लिए कुछ नहीं बचा तो शहरी इलाकों में जाकर नालों के आसपास खाना ढूंढना शुरू कर दिया, हालांकि सरकार के एक अधिकारी ने कहा है कि 40% लोगों तक आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई गई है लेकिन यह दावे कितने सच हैं इसका कोई ठोस सबूत नहीं मिल रहा है.
आपको यहां बताते चलें कि म्यानमार देश की सरकार अपने नागरिकों को राहत उपायों के तहत हर गरीब परिवार को एक खाने का पैकेट और $15 के लगभग अनुदान देती है किंतु प्रभावित परिवारों को कहना है कि यह व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है.
अप्रैल माह में किए गए सर्वे के मुताबिक पता चला कि 70% लोगों को लॉकडाउन के कारण रोजगार की चुनौती देखने को मिला जबकि एक चौथाई ऐसा भी तबका है जिन्हें भोजन और अन्य जरूरी चीजों के लिए कर्ज लेना पड़ा है.