राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज नोटबंदी को लागू किए 4 वर्ष बीत चुके हैं किंतु सरकार के द्वारा लिए गए इस निर्णय से देश को कितना फायदा हुआ इसका हिसाब सरकार को देना चाहिए.
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— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) November 8, 2020
अशोक गहलोत ने कहा कि वास्तविकता यह है कि नोट बंदी के कारण समाज के हर वर्ग को नुकसान पहुंचा है. आपको यहां बताते चलें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि-
“देश में फासीवादी ताकतों से लोकतंत्र को खतरा उत्पन्न हो चुका है. विगत 4 वर्षों के दौरान किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी नोटबंदी जैसे निर्णय के कारण बर्बादी के कगार पर पहुंच चुके हैं.”
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई है तथा बेरोजगारी उच्चतम सोपान पर पहुंच चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता के साथ वादा किया था कि वह 100 दिन के अंदर विदेशों से काला धन को वापस लाएंगे, किंतु अभी तक कुछ नहीं किया.
यहां तक कि अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए इलेक्ट्रॉल बॉन्ड को भी लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए इसे एक बड़ा घोटाला करार दिया.
आज 8 नवंबर को विश्वासघात दिवस के रूप में मनाने की नौबत आ गई है नोटबंदी से काला धन वापस नहीं आया क्योंकि इसे बिना किसी पूर्व प्लानिंग के लागू किया गया.