- 16 नवम्बर के इस शहादत दिवस के अवसर पर विनम्र श्रद्धांजलि
ऊदा देवी, एक भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिन्होने 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय सिपाहियों की ओर से युद्ध में भाग लिया था.
यह अवध के छठे नवाब वाजिद अली शाह के महिला दस्ते की सदस्य थीं, इस विद्रोह के समय हुई लखनऊ की घेराबंदी के समय लगभग 2000 भारतीय सिपाहियों के शरणस्थल
सिकन्दर बाग़ पर ब्रिटिश फौजों द्वारा चढ़ाई की गयी थी और 16 नवंबर 1857 को बाग़ में शरण लिये इन 2000 भारतीय सिपाहियों का ब्रिटिश फौजों द्वारा संहार कर दिया गया था.
RSTV series 'Azadi Ki Viranganayein' is inspired by Vice President @MVenkaiahNaidu's articles on Facebook on India's unsung women freedom fighters. RSTV salutes Uda Devi Pasi also known as 'Sniper Veerangana', who fought against the British in the uprising of 1857. @VPSecretariat pic.twitter.com/dUYO0orIzW
— Rajya Sabha TV (@rajyasabhatv) October 28, 2020
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इस लड़ाई के दौरान ऊदा देवी ने पुरुषों के वस्त्र धारण कर स्वयं को एक पुरुष के रूप में तैयार किया था.
लड़ाई के समय वो अपने साथ एक बंदूक और कुछ गोला बारूद लेकर एक ऊँचे पेड़ पर चढ़ गयी थीं. उन्होने हमलावर ब्रिटिश सैनिकों को सिकंदर बाग़ में तब तक प्रवेश नहीं करने दिया था, जब तक कि उनका गोला बारूद खत्म नहीं हो गया.