प्राप्त सूचना के अनुसार अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा, उत्तर प्रदेश के आह्वान पर गोरखपुर क्षेत्र के कर्मचारियों ने क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय गोरखपुर पर जय प्रकाश दुबे के सभापति में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया.
इस सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने अपने 7 सूत्रीय मांगों जैसे राष्ट्र के मार्गों का निजीकरण बंद करने, निगम और प्राइवेट वाहनों में यात्री कर एक करने,
संविदा कर्मचारियों का वेतन, कोविड-19 के कारण आय आधारित होने पर प्रोत्साहन की कटौती करने आदि को लेकर अपना विरोध दर्शाया है.
इसके अतिरिक्त 31 दिसंबर 2001 के पहले संविदा के चालकों-परिचालकों को नियमित करने, रिक्त पदों पर नियमित रूप से भर्ती करने, ठेकेदारी प्रथा समाप्त करने, आउटसोर्सिंग कार्मिकों को न्यूनतम मजदूरी देने,
बकाया महंगाई भत्ते का भुगतान करने, सेवानिवृत्त एवं मृतक कार्मिकों के भत्तों का भुगतान करने सहित एसीपी का भी भुगतान किए जाने की मांग को दोहराया गया है.
प्रदर्शन की इस सभा में शामिल कृष्ण चंद्र श्रीवास्तव, अशोक कुमार सिंह, राजेंद्र प्रसाद नायक, नूरुल हसन, दुर्गा प्रसाद यादव, सिद्धनाथ सिंह, मनोज पांडे हरिओम त्रिपाठी, रंजना श्रीवास्तव,
रंजना दुबे, पूर्णिमा कुमारी, कन्हैया सिंह आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सरकार और निगम प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि-
“यदि समय रहते हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो परिवहन निगम के कर्मचारी प्रांतीय निर्देशों पर आगामी तीव्र आंदोलन करने के लिए विवश हो जाएंगे.”